हल्द्वानी| हल्द्वानी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी बाबूलाल ने प्रथम पक्षी गणना सर्वे (Bird Count Survey) के समापन समारोह में विभिन्न राज्यों से आए पक्षी विशेषज्ञों, नंधौर वन्यजीव अभयारण्य में पंजीकृत नेचर गाइड, शारदा और जौलासाल रेंड के अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
उप प्रभागीय वनाधिकारी नंधौर ममता चंद ने बताया कि प्रथम पक्षी गणना सर्वे में तेलगांना, उत्तराखंड, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश आदि राज्यों के पक्षी विशेषज्ञों, नेचर गाइड ने प्रतिभाग किया। नंधौर, शारदा और जौलासाल रेंज में 280 किमी क्षेत्र में पक्षी गणना का कार्य हुआ। ओरिएंटल ट्रेल्स के संस्थापक अमित सांकल्य ने बताया कि सर्वे के दौरान अमेरिका, दक्षिणी रूस, कनाडा, साउथ अफ्रीका, चीन, मंगोलिया और भूटान के प्रवासी पक्षी नंधौर वन्यजीव अभयारण्य (Nandhaur Wildlife Sanctuary) में पक्षी गणना के दौरान पाए गए।
प्रवासी पक्षियों में रूडी सेलडक, रेड हैडेड ट्रोगोपेन, कॉमन मिरगेंसार, हिमालयन र्गीफोन, पैल्लास गुल, व्हाइट बर्ड वैकटाइल्स, ऑरेंज बेलीड लीफबर्ड, कॉमल सेलडक के साथ ही देशी पक्षी कॉलर्ड फाल्कोनेटए कॉमन गीन मैगपाईए लंबी पूंछ ब्राडबिलए जंगली उल्लू ए धनेश पक्षियों का अवलोकन किया गया।
प्रवासी पक्षी का वास स्थल दलदली भूमि, स्वच्छ नदी जल, तालाब इत्यादि क्षेत्रों में पाया गया। पक्षी अक्टूबर से मार्च अंत तक प्रवास पर नंधौर अभयारण्य में रहते हैं।
समापन समारोह में रेंजर सुनील शर्मा, महेश सिंह बिष्ट, उप राजि पनीराम, हरीश सिंह बरोलिया, मोहन चंद्र लखेड़ा, सुरेश सिंह मेहरा, प्रकाश सिंह राणा, राजेंद्र प्रसाद जोशी, कुंवर सिंह गौनिया, हरेंद्रपाल सिंह, राकेश चंद्र बहुगुणा, ज्योति जोशी, राबिया नाज, ललिता आर्या, कविता आर्या समेत तमाम वन कर्मी मौजूद रहे।
कहां है नंधौर वन्यजीव अभयारण्य (Nandhaur Wildlife Sanctuary)
नंधौर वन्यजीव अभयारण्य उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी वन प्रभाग में गोला और शारदा नदियों के बीच फैला हुआ है। इसकी स्थापना 2012 में हुई और यह 269.96 किमी वर्ग के क्षेत्र को कवर करता है। अभयारण्य नेपाल के ब्रम्हदेव और सुखलाफाता वन्यजीव अभ्यारण्यों और रामनगर के पश्चिमी जंगलों और भारत में तराई केंद्रीय वन प्रभाग के बीच एक कड़ी है।
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