सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष (कैबिनेट स्तर) बिट्टू कर्नाटक ने कोरोना संक्रमण काल में व्यापारियों के हितों को लेकर चिंता प्रकट की है और उनके हितों रक्षा किये जाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर छह सूत्रीय मांगें प्रस्तुत की हैं।
जिलाधिकारी के माध्यम से भेजे गए इस ज्ञापन में कहा है कि कोरोनाकाल में समस्त छोटे-बड़े व्यवसायी संकट में हैं। विशेषकर फुटपाथ पर बैठ आजीविका चलाने वाले, बारबर, चाय विक्रेता, सब्जी बिक्रेता, लांड्री चलाने वाले, फड़ चलाने वाले, पान विक्रेता आदि छोटे तबके के व्यवसायी/दुकानदारों का रोजगार कोरोनाकाल में ठप हो गया है। जिससे उनके सामने जटिल समस्या पैदा हो गई है। वहीं बड़े व्यवसायियों के सामने अपने कर्मचारियों को वेतन देना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा है कि इन हालातों को ध्यान में रखते हुए उनके हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। कर्नाटक ने 6 सूत्रीय मांगें उठाते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय व्यापारियों के हितों में लेने का अनुरोध किया है।
ये हैं छह सूत्रीय मांगें
1- छोटे व्यवसाय करने वाले दुकानदारों को संक्रमण काल के समाप्त होने तक 5000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाय।
2- जिन व्यापारियों ने व्यवसाय संचालन के लिए कर्मचारी रखे हैं, उनके वेतन भुगतान का खर्च राज्य सरकार वहन करे।
3- संक्रमण समाप्त होने तक ऋणों में ब्याज का खर्च सरकार को उठाए।
4- किराये पर दुकान चलाने वाले व्यवसायियों का किराया संक्रमण समाप्त होने तक सरकार को वहन करे।
5- कोरोनाकाल में दुकानदारों को जीएसटी, विद्युत, पानी सहित सभी टैक्सों पर छूट दी जाय।
6- सभी छोटे-बड़े व्यवसायियों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाय।
Uttarakhand : सावधान, अगले 24 घंटों में भारी बारिश की सम्भावना, मौसम विभाग ने जारी किया है हाई अलर्ट
दु:खद : कोरोना से जिंदगी की जंग हार गये राज्यमंत्री विजय कश्यप