सीएनई डेस्क
दुबई की एक कंपनी में कार्यरत व्यक्ति ने कंपनी के संचालकों से जान का खतरा बताते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में शेयर किया है। यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो के अनुसार यह व्यक्ति मूल रूप से भारत के हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है और भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है। अच्छी बात यह है कि वीडियो वायरल होने के बाद दुबई में रहने वाले ही कुछ लोगों ने उसकी मदद की और रजनीश की घर वापसी तय हो गई।
वीडियो में उक्त व्यक्ति अपना नाम रजनीश कुमार बता रहा हैं, जो खुद को हिमाचल प्रदेश के जिला कांकड़ा, पालमपुर का रहने वाला बता रहे हैं। वह बता रहे हैं कि वह दुबई में विगत पांच सालों से कार्यरत हैं। रजनीश के अनुसार वह दुबई की एक कंपनी में काम करते हैं। कंपनी का मालिक व मैनेजरों से उन्हें जान का खतरा है।
रजनीश कह रहे हैं कि यह तीनों लोग मिलकर उसे बहुत प्रताड़ित कर रहे हैं। उनको जान से मारने की कोशिश भी की जा रही है। मार्च माह से उन्हें कोई तनख्वाह नहीं दी गई है। मांगने पर भी पैसा नहीं दे रहे हैं। जब तनख्वाह की बात की तो कोर्ट केस व पुलिस में गिरफ्तार करवाने की धमकी दे रहे हैं। उन्हें कमरे से उठा आबूधाबी छोड़ने की बात कही जा रही है। रजनीश का कहना है कि उन्हें इन तीनों लोगों से जान का बड़ा खतरा है। उनका कहना है विगत वर्ष इन्होंने ऐसा ही एक अन्य व्यक्ति के साथ किया था और उसकी जान ले ली थी। रजनीश का कहना है कि एक लड़का कंपनी में पासपोर्ट लेने आया था, जिसकी हत्या कर दी गई थी। वह लड़का पंजाब का रहने वाला था। रजनीश ने दुबई सरकार, भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने वीडियो में कहा है कि हो सकता है कि वह शायद जीवित भी नहीं रह पायें। उन्हें नहीं मालूम कि वह कल अपने दो छोटे बच्चों को देख भी पायेंगे या नहीं।
हालांकि इस वायरल वीडियो में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि आखिरकार रजनीश के साथ उक्त लोग ऐसा व्यवहार क्यों कर रहे हैं। इस मामले में छानबीन करने के बाद पता चला कि रजनीश कुमार हिमालय प्रदेश राज्य के पालमपुर उपमण्डल की सुलह पंचायत के साथ लगती ककडें पंचायत के रहने वाले हैं। जिसके बीवी बच्चे नालागढ़ में रहते हैं। इसके माता-पिता पंचायत के हारवारल गांव में रहते हैं। रजनीश के पिता जसवंत सेना से पूर्व सैनिक हैं। रजनीश की पत्नी आशा ने बताया कि रजनीश से जब उनकी फोन पर बात हुइ तो पता चला कि रजनीश का कंपनी के अधिकारियों से वेतन को लेकर विवाद चल रहा था। उधर वीडियो वायरल होने के बाद दुबई में ही रहने वाले गिरीश पंत ने रजनीश से मुलाकात की। नालागढ़ प्रशासन ने भी रजनीश की घर वापसी के प्रयास किये। दूतावास से सम्पर्क किया गया। स्थानीय विधायक विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी अपने स्तर पर दिल्ली व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से बात की। फिर दुबई में ही रह रहे चेतन और संजय नामक दो हिमाचली युवक रजनीश की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने रजनीश को सही सलामत भारतीय दूतावास तक पहुंचा दिया। उम्मीद है कि अब रजनीश सकुशल घर पहुंच जायेंगे।