पंतनगर न्यूज : गृह विज्ञान महाविद्यालय के मास्क बचाएंगे कोरोना से

पंतनगर। देश भर में कोरोना वायरस, कोविड 19, महामारी के रूप में फैल चुका है। उत्तराखण्ड भी इससे अछूता नहीं है। पंतनगर विष्वविद्यालय के गृह…

पंतनगर। देश भर में कोरोना वायरस, कोविड 19, महामारी के रूप में फैल चुका है। उत्तराखण्ड भी इससे अछूता नहीं है। पंतनगर विष्वविद्यालय के गृह विज्ञान महाविद्यालय ने इस रोग से बचाव में महत्वपूर्ण सावधानी के रूप में मास्क के प्रयोग को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में मास्क तैयार करने की मुहिम चलाई है।
महाविद्यालय ने अप्रैल 2020 से कोरोना से बचाव हेतु सूती मास्क तैयार करने का कार्य शुरु किया। विभाग ने प्रारंभ में सूती कपड़ा उपलब्ध कराते हुए मास्क के सैम्पल तैयार किये। मास्क बनाने में उपयोग किये जाने वाले सूती कपड़े का घनत्व, हवा पारगम्यता, तकनीकी गुणवत्ता इत्यादि विशेषताओं की जांच की गयी तथा फिर इस कपड़े से मास्क तैयार किये गये। ये मास्क प्रत्येक बार उपयोग में लाने के बाद धोये जा सकते हैं। मास्क को धूप में सुखाने के पश्चात अथवा गरम, इस्तरी का उपयोग कर इन्हें पुनः पहना जा सकता है। इस प्रकार बाजार में उपलब्ध डिस्पोजेबल मास्क की अपेक्षा ये मास्क ज्यादा बेहतर, सस्ते, पुनः उपयोगी एवं पर्यावरण को संरक्षित करने में भी लाभदायक पाये गये।
गृह विज्ञान महाविद्यालय में तैयार किये गये मास्क विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों जैसे पशु चिकित्सा विज्ञान, सफाई विभाग, सुरक्षा विभाग, संचार केन्द्र, प्रकाषन निदेषालय, फसल अनुसंधान केन्द्र, उद्यान अनुसंधान केन्द्र, उद्यान विभाग, श्रम कल्याण विभाग, अनुसंधान निदेषालय, प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, कृषि महाविद्यालय तथा अन्य महाविद्यालयों व कार्यालयों में निःशुल्क वितरित किये गये।
मास्क बनाने के लिए विश्वविद्यालय के स्टाफ, निदेशक अनुसंधान, नाहेप परियोजना इत्यादि द्वारा सूती कपड़ा उपलब्ध कराया गया। मास्क उत्पादन में गृह विज्ञान महाविद्यालय के सभी शिक्षकों तथा ठेकाकर्मियों ने डिजाइनिंग, कटाई एवं सिलाई आदि कार्याें में पूर्ण रुप से सहयोग दिया। अप्रैल से जून 2020 तक लगभग ढाई हजार मास्क विश्वविद्यालय में वितरित किये जा चुके हैं। मास्क की गुणवत्ता तथा विशेषताओं को देखते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डा. तेज प्रताप द्वारा गृह विज्ञान महाविद्यालय की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है। महाविद्यालय द्वारा इन मास्क को व्यवसायिक स्तर पर तैयार करने की दिषा में भी प्रयास किये जा रहे है।
कोरोना से अब तक विश्व में लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं और हजारों जानें भी जा चुकी हैं। आज तक कोरोना की चपेट में लगभग 185 देश आ चुके हैं, जिसमें अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्राजील, भारत, स्पेन, ईरान आदि देश भी शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन, पब्लिक हेल्थ और नेशनल हेल्थ सर्विस (एन.एच.एस.) से प्राप्त सूचना के आधार पर सावधानी बरतने से हम कोरोना बीमारी से बच सकते हैं। कोविड-19 श्वसन तंत्र का एक संक्रामक रोग है जो बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इस बीमारी से बचाव में नाक व मुंह को मास्क से ढकना, सामजिक दूरी बनाए रखना, अपने हाथोें को दिन में कई बार साबुन से धोना एवं अपने षरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना आदि प्रमुख हैं। चूंकि इस रोग से श्वसन तंत्र प्रभावित होता है अतः कोरोना से बचाव का एक मूल मंत्र हर व्यक्ति द्वारा नाक व मुंह को मास्क द्वारा भली-भांति ढका जाना है जिससे कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश ना कर सके।

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