अल्मोड़ा/सी.एन.ई। सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में कोविड—19 संक्रमण के खिलाफ चल रही मुहिम में महिलाओं का योगदान किसी भी मुकाबले में पुरूषों से कम नही है। यहां थपलिया मोहल्ले में बसंती गैड़ा लगातार नि:शुल्क समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए मॉस्क तैयार कर रही हैं। बता दें कि बसंती गैड़ा यहां मंगलदीप विद्यालय में बच्चों को पढ़ाती हैं। खास बात यह है कि वह यह मॉस्क इस्तेमाल के बाद छोड़ दिये जाने वाले कैरी बैगों से तैयार करती है। उनके द्वार जिस प्रकार से वेस्ट मैटेरियल का इस्तेमाल करते हुए मॉस्क तैयार किये जा रहे हैं, वह अपने आप में अनूठी बात है। इधर कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला ने कहा कि निश्चित रूप से बसंती गैड़ा जैसी महिलाओं का कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ा योगदान है। आज महिला शक्ति भी लगातार इस समाजिक कार्य में जिस तरह अपनी हिस्सेदारी निभा रही हैं, वह बड़ी तारीफ—ए—काबिल है। पूरन रौतेला ने बताया कि वह बसंती गैड़ा से वह मॉस्क लेकर समाज के जरूरतमंदों को शीघ्र ही वितरित करेंगे।
इधर स्पेशल एजुकेटर बसंती गैड़ा ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन तारा राणा से कपड़े के थैले जैसे साड़ी, सूट, सब्जी के थैले धोकर मास्क बनाने की प्रेरणा ली। उन्होंने 50 मास्क तैयार करके जरूरतमंदों की सहायता के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर ललित जोशी को सौंपे। उसके बाद उनके परिवार के सहयोग व भाभी कमला गैड़ा द्वारा सिलाई में की गई मदद से कुछ मॉस्क और तैयार करे हैं, जिनमें से 100 मॉस्क कांग्रेस अध्यक्ष पूरन रौतेला को जरूरतमंदों की सहायता के लिए वह दे रही हैं।