50 लाख से अधिक का घाटा झेल रहा था मृतक
पहले भी हुई थी काउंसलिंग, पर उठा लिया यह कदम
सीएनई रिपोर्टर, लालकुआं। शेयर मार्केट में लगभग 1.50 करोड़ रूपये का भारी नुकसान होने के बाद डिप्रेशन में आकर एक युवक ने फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। वह अपने पीछे पत्नी व 10 वर्ष की एक बेटी व महज 14 माह के दुधमुहे बच्चे को छोड़कर चला गय है।
जानकारी के अनुसार लालकुआं निकटवर्ती क्षेत्र मोटाहल्दू के ग्राम किशनपुर सकुलिया निवासी हेमचंद्र पांडे (उम्र 41 वर्ष) पुत्र देवकीनंदन पांडे ने बुधवार को अपने घर के बाथरूम में फांसी लगा ली। जब यह घटना घटी तब हेम के पिता देवकी नंदन पांडे, माता मुन्नी देवी और दादी मोहिनी देवी अपने—अपने कामों में व्यस्त थे। परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली शादी में गए हुए थे।
इसी बीच हेम ने अपने कमरे के वॉशरूम में आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी सिडकुल की एक प्रतिष्ठित कंपनी में एचआर हेड के पद पर कार्यरत है। ग्राम प्रधान विपिन जोशी के अनुसार हेमचंद्र पांडे शेयर बाजार में काम करते थे, उन्होंने लोगों के करोड़ों रुपए शेयर मार्केट में लगाए। शेयर डाउन होने के चलते उन्हें भारी नुकसान हो गया। इसी बीच हेमचंद्र पांडे के पिता देवकीनंदन पांडे ने अपनी जमीन बेचकर बकायेदारों को लगभग एक करोड़ रुपए से अधिक पैसा लौटा दिया था।
इसके बावजूद हेम अब भी करीब 50 लाख का घाटा झेल रहे थे। जिस कारण वह अवसाद में चले गए थे। हल्दूचौड़ पुलिस चौकी प्रभारी शंकर सिंह नयाल के अनुसार हेम पांडे का परिवार अत्यधिक संस्कारवान एवं सभ्य है। विगत माह फरवरी में डिप्रेशन में आकर हेम घर से भाग कर बेंगलुरु चला गया था। 15 दिन बाद जब वापस लौटा तो उन्होंने पूरे परिवार को बुलाकर उसकी काउंसलिंग कराई तथा बहुत समझाया। उन्होंने बताया कि पूरे परिवार ने भी हेम का बहुत सपोर्ट किया। जब उसे अत्यधिक कर्ज हो गया था तो पिता एवं भाई ने घर की जमीन बेचकर उसका कर्ज चुकाया। इसके बावजूद वह शेयर मार्केट में हुए घाटे से स्वयं को उभार नहीं पाया, और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
हेमचंद पांडे अपने पीछे 10 वर्ष की एक बेटी व 14 माह का नन्हा दूधमुहा बेटा छोड़ गए हैं। उनका एक छोटा अविवाहित भाई भी है। हल्द्वानी के चित्रशिला घाट में उनके शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। घटना के बाद से पूरे परिजन शोक में डूबे हुए हैं। बताया जा रहा है कि जब यह घटना हुई तब हेम चाचा और स्वजन दिल्ली में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। मुरादाबाद पहुंचने पर उन्हें घटना के बारे में पता चला तब वे वापस लौट आए थे।