भतरौजखान/अल्मोड़ा। इन दिनों जहां पूरे प्रदेश में दिल्ली, मुम्बई जैसे महानगरों से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है, वहीं इनके लिए क्वारंटीन सेंटर भी गांव—गांव में तैयार हो रहे हैं। हो सकता है कि इन सेंटरों में रहने वाले बहुत से लोग कुछ असहज महसूस करते हों, क्योंकि कुछ लोगों का मानना है कि वह लंबे समय तक उत्तराखंड से बाहर रहते हुए आइसोलेटेड रहे और अब भी उन्हें अलग रहना पड़ रहा है। इसके बावजूद सच्चाई तो यह है कि आइसोलेशन के यह 14 दिन बहुत अधिक नही हैं। जरूरत है तो इस पीरियड में भी कुछ खास और नया करने की। ऐसा कमाल यहां दिल्ली से आए कुछ प्रवासियों ने किया है, जो यहां क्वारंटीन किये गये हैं। भतरौंजखान नगर से लगे विकासखंड बेतालघाट के नवीन प्राथमिक विद्यालय च्यूनी में क्वारंटीन प्रवासियों ने विद्यालय बहुत सराहनीय कार्य किये हैं। इन प्रवासियों ने विद्यालय में बड़ी—बड़ी घास को काटकर शानदार फुलवारी बना दी है और कुछ प्रवासियों ने कृषि यंत्र तैयार किये हैं। जिससे ग्रामीणों ने भी इनकी प्रशंसा की है। ये प्रवासी दिल्ली से अपने गांव आये हैं और 14 दिन तक क्वारंटीन हैं। इनका कहना है कि खाली समय का बहुत अच्छा सदुपयोग हो रहा है जिससे उन्हें भी अच्छा महसूस हो रहा है।
इनसे सीखिये, क्वारंटीन पीरियड का सदुपयोग ! तैयार कर दी सुंदर फुलवारी, विकसित किये कई कृषि यंत्र, हो रही भरपूर प्रशंसा
भतरौजखान/अल्मोड़ा। इन दिनों जहां पूरे प्रदेश में दिल्ली, मुम्बई जैसे महानगरों से प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है, वहीं इनके लिए क्वारंटीन सेंटर भी…