अल्मोड़ा: ज्ञानोदय उमावि डुंगरा के होनहार छात्र ललित बिष्ट ने प्रदेश मैरिट सूची में बनाई जगह

✍️ हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में विद्यालय के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन ✍️ ग्रामीण विद्यालय ने की सुविधासंपन्न शहरों के विद्यालयों की बराबरी सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा:…

ज्ञानोदय उमावि डुंगरा के होनहार छात्र ललित बिष्ट ने प्रदेश मैरिट सूची में बनाई जगह

✍️ हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में विद्यालय के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन
✍️ ग्रामीण विद्यालय ने की सुविधासंपन्न शहरों के विद्यालयों की बराबरी

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: शहरों की अपेक्षाकृत सुविधा विहीन ग्रामीण क्षेत्र डुंगरा (भनोली तहसील) में स्थित ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने उत्तराखंड हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है और सुविधा संपन्न शहरों के विद्यालयों की बराबरी करने का काम किया है। इस बार भी विद्यालय का हाईस्कूल बोर्ड का परीक्षा परिणाम शत—प्रतिशत तो रहा ही है, साथ ही इस विद्यालय के छात्र ललित सिंह बिष्ट ने 94.6 फीसदी अंकों के साथ प्रदेश की मैरिट सूची में नाम दर्ज किया है। ललित ने विद्यालय समेत क्षेत्र व जिले का नाम रोशन किया है।

जिला मुख्यालय के दूरस्थ धौलादेवी ब्लाक अंतर्गत डुंगरा गांव में स्थित ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से इस बार हाईस्कूल बोर्ड के 15 बच्चे परीक्षा में बैठे। इनमें से ललित सिंह बिष्ट ने 94.6 फीसदी अंक प्राप्त कर प्रदेश की मैरिट सूची में 25वीं रैंक में जगह बनाई और विद्यालय, क्षेत्र व जिले का नाम रोशन किया। ललित ने 500 में से 473 अंक प्राप्त किए। प्रदेश की मैरिट सूची में क्षेत्र का नाम ​आने पर आज विद्यालय में खुशी का माहौल रहा। विद्यालय के संरक्षक जवाहर सिंह बिष्ट, प्रबंधक शांति बिष्ट, शिक्षिका रेखा बिष्ट आदि ने अव्वल बच्चों को मिष्ठान खिलाकर खुशी का इजहार किया। इतना ही नहीं अन्य बच्चों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे विद्यालय का हाईस्कूल बोर्ड का परीक्षा परिणाम इस बार भी शत—प्रतिशत रहा है। विद्यालय से हाईस्कूल के कुल 15 बच्चों में से 12 ने प्रथम श्रेणी, 02 ने द्वितीय श्रेणी व एक छात्र ने तृतीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। विद्यालय स्तर पर ललित सिंह बिष्ट ने 94.6 फीसदी अंकों के साथ प्रथम, 90.2 प्रतिशत अंकों के साथ निशा बिष्ट ने दूसरा और 76.4 प्रतिशत अंकों के साथ नितिन कुमार टम्टा ने तीसरा स्थान बनाया है।

इस पर विद्यालय के संरक्षक, प्रबंधक, प्रधानाचार्य समेत अन्य शिक्षक—शिक्षिकाओं ने बेहतर परीक्षा परिणाम पर बच्चों को शुभकामनांए देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। यहां उल्लेखनीय है कि ग्रामीण व सुविधाविहीन क्षेत्र का विद्यालय होने के बावजूद ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डुंगरा के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस विद्यालय में अधिकांश बच्चे सामान्य परिवारों या गरीब तबके के परिवारों से हैं। जहां शहरी क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई का अच्छा वक्त मिलता है और शहरों मेें कोचिंग की सुविधा के साथ ही विद्यालय स्तर की सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्र से बेहतर रहती हैं। इसके बावजूद विद्यालय ने बराबरी की टक्कर देने का प्रयास किया है।

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