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कोलकाता रेप-मर्डर केस : देशभर के डॉक्टर्स दूसरे दिन भी हड़ताल पर, आज से OPD भी बंद

नई दिल्ली | कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय को लेकर कई खुलासे हुए हैं। पुलिस ने सोमवार (12 अगस्त) को बताया कि संजय एक ट्रेंड बॉक्सर है। 8-9 अगस्त की रात उसने हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में डॉक्टर से दरिंदगी के दौरान बुरी तरह मारपीट की थी। संजय ने डॉक्टर को इतनी जोर से मारा कि उनके चश्मे का शीशा टूटकर उनकी आंखों में घुस गए। इसके कारण आंखों से ब्लीडिंग हुई थी।

घटना के विरोध में देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स आज दूसरे दिन हड़ताल पर हैं। AIIMS दिल्ली समेत सरकारी अस्पतालों में OPD सेवाएं प्रभावित हैं। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने आरजी कर हॉस्पिटल के सभी अधिकारियों के इस्तीफे की मांग की है। बंगाल में जूनियर डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस को अपनी जांच पूरी करने के लिए 14 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर पुलिस 18 अगस्त तक जांच नहीं कर पाई तो वह मामले को CBI को सौंप देंगी।

आरोपी ने रेप के बाद डॉक्टर का गला घोंटा

शुक्रवार (9 अगस्त) की सुबह आरजी कर हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग के सेमिनार हॉल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। वह नाइट ड्यूटी पर थीं। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को सोमवार (12 अगस्त) को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया कि रेप और मारपीट के बाद आरोपी ने डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार सुबह 3 से 5 बजे के बीच होने का अनुमान है। डॉक्टर की बॉडी के पास एक हेडफोन मिला था। CCTV कैमरे में संजय शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए दिखा था। तब उसके गले में वही हेडफोन था। हालांकि, सुबह करीब 6 बजे जब वह बिल्डिंग से बाहर निकला तो उसके गले में हेडफोन नहीं था। इसी के आधार पर उसे 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।

2019 से कोलकाता पुलिस के लिए काम कर रहा आरोपी

कोलकाता पुलिस के मुताबिक, 33 साल का संजय पिछले कुछ सालों के दौरान कुछ सीनियर पुलिस अधिकारियों के करीब आ गया था। वह 2019 में सिविक वॉलंटियर ​​​​​​के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था। उसे कोलकाता पुलिस वेलफेयर बोर्ड में तैनात किया गया था। फिर संजय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पुलिस चौकी पर भेज दिया गया। पुलिस और अस्पताल अधिकारियों का करीबी होने के कारण सभी विभागों में उसकी पहुंच थी। किसी में भी अस्पताल के अंदर उसकी मनमानी को रोकने की हिम्मत नहीं थी।

रेप-मर्डर के बाद पुलिस बैरक में जाकर सोया

पुलिस में संजय का प्रभाव इतना था कि उसकी पहुंच कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन के बैरक तक थी, जहां वह रहता था। रेप-मर्डर को अंजाम देने के बाद वह पुलिस बैरक में जाकर सो गया था। उठने के बाद उसने अपने कपड़े तक साफ किए थे।

खुद को पुलिस बताता था, गिरफ्तार होने पर बोला- फांसी दे दो

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, सिविक वॉलंटियर के तौर पर संजय को करीब 12 हजार रुपए मिलते थे। वह कोलकाता पुलिस लिखी टीशर्ट पहनकर घूमता था। उसने अपनी बाइक पर भी पुलिस का स्टिकर लगा रखा था। वह अपने आपको पुलिसकर्मी ही बताता था। कई अन्य वॉलंटियर उसे पुलिस ही समझने लगे थे। सिविक वॉलंटियर उनको कहते हैं, जो पुलिस के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं। वे ट्रैफिक मैनेजमेंट और डिजास्टर रिस्पॉन्स समेत कई तरह के कामों में मदद करते हैं। सिविक वॉलंटियर को पुलिस को मिलने वाली कोई सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।

मीडिया रिपोर्ट बताती हैं कि आरोपी आरजी कर अस्पताल में पेशेंट को भर्ती कराने के नाम पर पैसा वसूलने वाले रैकेट का हिस्सा था। अगर अस्पताल में पेशेंट के लिए बेड नहीं मिलता था, तो वह पास के किसी नर्सिंग होम में बेड ढूंढने के नाम पर पेशेंट के रिश्तेदारों से पैसा चार्ज करता था। पुलिस ने उसे जब गिरफ्तार किया तो उसने पूछताछ शुरू होते ही गुनाह कबूल कर लिया। उसे कोई पछतावा नहीं था। उसने बेफिक्री से कहा कि चाहो तो मुझे फांसी दे दो।

कोलकाता हाईकोर्ट में आज मामले की सुनवाई

कोलकाता हाईकोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस टी एस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने तीन जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं। इसमें मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं में से एक के वकील फिरोज एडुल्जी ने कहा कि घटना को दबाने की कोशिश की जा रही है। महिला डॉक्टर की मौत की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। पीड़ित का नाम सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कोर्ट से पीड़ित का नाम सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटवाने की मांग की।

देशभर के 3 लाख स्टूडेंट्स की हड़ताल शुरू

घटना को लेकर सोमवार से देशभर के 3 लाख रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। AIIMS दिल्ली समेत देशभर के सभी सरकारी अस्पतालों में OPD सेवाएं प्रभावित हैं। इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई हैं। ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के जनरल सेक्रेटरी डॉ. सर्वेश पांडे ने कहा- हेल्थ सेक्रेटरी से हमने घटना की CBI जांच कराने और डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट बनाने की मांग रखी है। जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलता, हड़ताल जारी रखेंगे।

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