प्रदर्शनकारियों ने तोड़ी बैरिकैडिंग, 6 हजार जवान मुस्तैद
Kolkata News: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से बेदखलन करने के लिए आज हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। छात्रों के इस नबन्ना मार्च को लेकर ममता सरकार में हड़कंप मचा है। इस मार्च को रोकने के लिए 6 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है। आशंका जताई जा रही है कि ममता बनर्जी सरकार मार्च को रोकने के लिए जल्द छात्रों पर बल प्रयोग भी करवा सकती है।
Kolkata: People break, drag away police barricades during Nabanna Abhijan
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— ANI Digital (@ani_digital) August 27, 2024
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यात्रा मार्ग पर जगह—जगह ड्रोन, वाटर कैनन, और आंसू गैस के गोले तक तैनात किए गए हैं। बता दें कि ‘छात्र समाज’ ने यह मार्च आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में किया है। ‘छात्र समाज’ कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर उभरा एक संगठन है। ममता सरकार ने इस मार्च को अवैध करार देते हुए कहा है कि उसे शरारती तत्वों द्वारा अशांति फैलाने की खुफिया जानकारी मिली है। वहीं भाजपा नेता दिलीप घोष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
लेटस्ट जानकारी यह है कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज हुआ है। सचिवालय के पास नवन्ना मार्च के आंदोलनकारियों ने बैरिकैडि़ंग तोड़ दी। जिस पर पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे। लाखों छात्र यहां सीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। वहीं, संतरागाछी में आने प्रदर्शनकारी दिखाई दे रहे हैं और चप्पे-चप्पे पर कोलकाता पुलिस तैनात है।
नबन्ना प्रोटेस्ट रोकने के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचे शुभेंदु अधिकारी
नबन्ना प्रोटेस्ट रोकने के खिलाफ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी हाई कोर्ट पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कोलकाता में इमरजेंसी लागू कर दी है।
हावड़ा ब्रिज बंद, ममता बनर्जी के आवास पर सुरक्षा बढ़ाई गई
छात्रों के नबन्ना अभियान को देखते हुए पुलिस ने कोलकाता में रूट डायवर्जन किया है। हावड़ा ब्रिज को भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया। सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवायजरी
आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप के विरोध में प्रस्तावित नबन्ना अभिजन रैली को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है। शहर को विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ने वाले कई रूटों के लिए डायवर्जन किया है।
सीपीएम नहीं होगी नबन्ना अभिजन रैली में शामिल
सीपीएम ने “नबन्ना अभिजन रैली में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है। पार्टी ने कहा कि इस प्रदर्शन में आरएसएस से जुड़े लोग छात्र समाज से जुड़े हैं। रैली के मद्देनजर पश्चिम बंगाल पुलिस ने पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय “नबन्ना” के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है।
राज्यपाल का सरकार से आग्रह- बल प्रयोग न करें
सोमवार देर शाम राजभवन की ओर से जारी एक वीडियो संदेश में राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह छात्रों को रैली रोकने के लिए बल प्रयोग न करे। आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग न करे।
तृणमूल कांग्रेस ने रैली को बताया साजिश
तृणमूल कांग्रेस ने रैली को सड़कों पर अराजकता पैदा करने की साजिश करार देते हुए पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटल के भाजपा नेताओं के कुछ वीडियो जारी किए, जो रैली में कथित तौर पर हिंसा भड़काने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने दोनों नेताओं को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने जताई ये आशंका
पुलिस ने निर्धारित रैलियों को अवैध और अनधिकृत बताया और कहा कि उसने मार्च के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति प्रभावित होने से संबंधित आशंकाओं को दूर करने के लिए आवश्यक सावधानी बरती है। नबन्ना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए एडीजी (कानून- व्यवस्था) मनोज वर्मा ने कहा कि पुलिस को विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली है कि उपद्रवी रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच घुसने और बड़े पैमाने पर हिंसा व अराजकता फैलाने का प्रयास करेंगे।
नबन्ना की ओर मार्च करने पर अड़े छात्र
पश्चिम बंगाल में विद्यार्थियों के संगठन ‘छात्र समाज’ ने कहा है कि 27 अगस्त को होने वाली उसकी नबन्ना अभियान रैली शांतिपूर्ण रहेगी और उसका जोर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे तथा आरजी कर अस्पताल में चिकित्सक से कथित बलात्कार और हत्या के मामले में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर रहेगा। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल पुलिस ने रैली में व्यवधान की आशंका जताई है।