हल्द्वानी। हल्दूचौड़ के बमेठा बंगर में खोली गई अंग्रजी शराब की दुकान को जयपुर खीमा पंचायत के बच्चीपुर गांव में लाने की सुगबुगाहट से ग्रामीणों में रोष है। एक दिन पहले ही एसडीएम, जिला आबकारी अधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी की संयुक्त टीम ने इस जगह का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी है। अब ग्रामीणों ने एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर शराब की दुकान को बच्चीपुर में खोले जाने का विरोध जताया है। दूसरी ओर एसडीएम ऋचा सिंह ने कहा है कि उन्होंने स्थलीय निरीक्षण करने के बाद अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। इस रिपोर्ट में ग्रामीणों की आपत्ति भी जोड़ी गई है। इसलिए कोई भी निर्णय होने से पहले ग्रामीणों को आंदोलन जैसी कोई भी कार्रवाई से बचना चाहिए।
दरअसल कुछ माह पूर्व भी इस तरह की खबर के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था, इसके बाद जिला आबकारी अधिकारी ने स्वयं सामने आकर बताया था कि इस तरह का कोई प्रस्ताव उनके पास नहीं आया है। लेकिन कल अधिकारियों की संयुक्त टीम के स्थलीय निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचने के बाद ग्रामीणों को फिर आशंका सताने लगी है कि बच्ची पुर में शराब ठेका खोलने की तैयारी चल रही है। जिलाधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि जिस स्थान पर शराब ठेका खोलने का प्रयास किया जा रहा है उस जगह की राजमार्ग से दूरी पचास मीटर भी नहीं है। जबकि भूमि मालिक दुकान पर जाने के लिए घुमा फिर कर रास्ता दिखा रहा है। यह रास्ता सार्वजनिक है और इस पर भूमि मालिक का अधिकार नहीं है।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिस स्थान पर शराब ठेका खोले जाने का प्रयास किया जा रहा है उससे कुछ ही दूरी पर उत्तर भारत का महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल अष्टादश भुजा माता मंदिर है। साथ ही कुछ ही दूरी पर ग्राफिक ऐरा यूनिवर्सिटी का परिसर भी है। जहां हजारों बच्चे पढ़ने के लिए आने लगे हैं। ऐसे में शराब की दुकान खुलने से यहां का वातावरण भी भी इसका कुप्रभाव पड़ेगा।
जयपुर खीमा की ग्राम प्रधान सीमा पाठक के लेटर हेड पर लिखे गए इस ज्ञापन में जिलाधिकारी सें आग्रह किया गया है कि वे शराब ठेके को बच्चीपुर लाने के प्रस्ताव को स्वीकार न करें। अन्यथा ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन की प्रतियां सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, क्षेत्रीय सांसद व विधायक को भी भेजी गई हैं।
दूसरी ओर सीएनई ने इस मामले में एसडीएम ऋचा सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि स्थलीय निरीक्षण के बाद उन्होंने उच्च अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। इस रिपोर्ट में उन्होंने ग्रामीणों की आपत्तियों को भी स्थान दिया है। उनका कहना है कि अभी बच्ची पुर में शराब ठेका खोले जाने का निर्णय नहीं हुआ है। इसलिए ग्रामीणों को आंदोलन से बचना चाहिए।