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उम्मीद न कोई आशा छू,अब चारों तरफ निराशा छू,नशा की यहीं परिभाषा छू: बैजनाथ थाना पुलिस

बागेश्वर। बैजनाथ पुलिस ने शनिवार को नशे के खिलाफ लोगों के बीच जागरुकता की अलख जगाई। पुलिस टीम ने लोगों के बीच जाकर कोविड-19 का पालन करते हुए नशे से दूर रहने का आह्न किया। थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने एक अनूठी मिसाल पेश की,उन्होंने क्षेत्रीय भाषा की महत्ता समझते हुए नशा जागरुकता का संदेश पहाड़ी भाषा में प्रसारित कराया।जिसे ग्रामीण क्षेत्रों के उम्रदराज लोग भी नशे के दुष्प्रभाव को सटीकता से जान सके।थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने बताया कि आज ई-बर्ड और मशाल संस्था के माध्यम से ड्रग्स जागरुकता सप्ताह के अंतर्गत एक नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया।जिसमें लोगों को नशे के दुष्परिणामों पर गहनता से जानकारी दी गई।एडम्स पब्लिक स्कूल के छात्रों ने आॅनलाइन प्रतियोगिता में भाग लेकर पेंटिग आदि की प्रस्तुतियां दी। थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे समूल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे का आदि व्यक्ति समाज की दृष्टि से हेय हो जाता है और उसकी सामाजिक क्रियाशीलता शून्य हो जाती है।धूम्रपान से फेफड़ो का कैंसर होता हैं,वहीं चरस,अफीम लोगों में उत्तेजना बढ़ाने का काम करती हैं,जिससे समाज में अपराध को बल मिलता है। नशे का मोह त्याग कर इस आसुरी प्रवृत्ति के सेवन से दूर होना होगा तभी समाज मजबूत होगा। पुलिस का पहाड़ी स्लोगन ‘‘उम्मीद न कोई आशा छू,अब चारों तरफ निराशा छू,नशा की यहीं परिभाषा छू‘‘सुन लोगों का कहना है कि नशा करने वाले भी एक बार इसे सुन मनन करने को मजबूर हो रहे है।बैजनाथ पुलिस के इस जागरुकता अभियान टीम में एसआई राजीव उप्रेती,सिपाही जीवन पांडेय,नवीन सिंह आदि शामिल रहे।

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