- विकास कत्युरा फिल्मों के माध्यम से दे रहे हैं स्थानीय लोगों को रोजगार
- कान्स फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी फ़िल्म
- स्थानीय कलाकारों द्वारा किया जा रहा है फ़िल्म में अभिनय
सीएनई रिपोर्टर, गरमपानी/सुयालबाड़ी
पलायन के मुद्दे पर सुर्खियां बटोर चुके विकास कत्युरा अब फिल्मों के माध्यम से कोरोना काल में बन्द पड़ी छोटे—छोटे गांव की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें विकास द्वारा फिल्म निर्माता और निर्देशकों को छोटे—छोटे ग्राम सभाओं में लाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका नतीजा आज गरमपानी—खैरना के छोटे से कस्बे में ‘चिल्ड्रन ऑफ गॉड’ की शूटिंग की जा रही है। इस फ़िल्म के 90 मिनट के भीतर ट्रांसजेंडर व्यक्ति को समाज में सम्मान पूर्वक जीने के अधिकार को दिखाया गया है।
इस फ़िल्म के अन्दर स्थानीय कलाकारों को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिसमें छोटे तथा बड़े बच्चों को अभिनय करने का मौका मिल रहा है। जिसमें बच्चों के अंदर एक अलग सा जोश देखने को मिल रहा है। ऐसा पहली बार हुआ कि यहां के लोगों को किसी कान्स फ़िल्म फेस्टिवल के लिए बनाई जा रही फिल्म में कार्य करने का मौका मिला है। इनमें से कई ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने पहली बार किसी फिल्म की शूटिंग होते देखी है।
वहीं विकास कत्युरा ने बताया कि इस तरह के कार्यों से वह यहां के लोगों को रोजगार देना चाहते हैं और इस फ़िल्म के माध्यम से वह अपने छोटे से कस्बे को पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित करना चाहते हैं, जिससे अन्य लोगों को भी इस स्थान के बारे में पता चल सके। वहीं स्थानिय युवाओं तथा बच्चों को सिनेमा जगत से रूबरू कर सके। जिनसे उनके अन्दर की छिपी कला को भी बढ़ावा देने का भी कार्य किया जा सके। वहीं विकास के द्वारा कई अन्य फिल्मों में कार्य किया जा चुका है, जिसके चलते वह अपने क्षेत्र के प्रतिभाशाली लोगो को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। वहीं इस तरह के कार्यक्रम को अपने क्षेत्र में देखने के लिए रोजाना लोगों का जमावड़ा लग रहा है।