अचानक मौसम ने बदला रुख, क्षति की भरपाई की मांग उठी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी से बेहाल लोगों को बुधवार को बारिश ने राहत तो दी, लेकिन कपकोट तहसील के सरयू घाटी में जबर्दस्त ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी आलू और जौ की फसल को नष्ट कर दिया है। इसके अलावा सब्जी उत्पादन को भी भारी झटका लगा है।
क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। मिकिला खलपट्टा के बालक सिंह जैमियाल व पूर्व ग्राम प्रधान सूप सिंह जैमियाल ने बताया कि बुधवार की सुबह क्षेत्र का मौसम साफ था। अपराह्न एक बजे बाद आसमान काले बादलों से घिर गया। तीन बजे से उनके गांव के अलावा खलझूनी, तरसाल पतियासार में भारी ओलावृष्टि हो गई।
ओलावृष्टि से जौ, गेहूं की फसल के अलावा आलू को नुकसान पहुंचाया है। कद्दू, तुरई, लौकी, टमाटर, बैंगन, मिर्च तथा फ्रैंचवीन को भी भारी नुकसान हुआ है। भिंडी के पेड़ ओलों की मार से नष्ट हो गए हैं। उन्होंने ब्लॉक प्रमुख से लेकर विधायक को नुकसान की जानकारी दी। जल्द किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। ब्लॉक प्रमुख गोविंद सिंह दानू ने उपजिलाधिकारी कपकोट व तहसीलदार को सूचना कर मौके पर पटवारी को भेजकर फसलों के हुए क्षति का आंकलन करवाकर मुआवजा दिलवाने को कहा। इसके अलावा दुग-नाकुरी तहसील, कांडा में भी हल्की ओलावृष्टि हुई, जबकि जिला मुख्यालय में बूंदाबांदी के बाद मौसम खुल गया।