सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
हरियाली, सुख समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक हरेला पर्व शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। घरों में विशेष पकवान तैयार करने के साथ ही परिजनों ने मंदिर में बोया हरेला को शिरोधार्य किया।
बच्चों ने हरेला शिरोधार्य कर बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। साथ ही बड़े बुजुर्गों द्वारा आशीर्वाद स्वरुप बच्चों को भेंट दी गई। हरेले के साथ ही श्रावण मास और वर्षा ऋतु का आरंभ हो गया है। सुबह सवेरे हरेले के तिनके इष्ट देव को अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की गई। इससे पूर्व गुरुवार शाम को मिट्टी के शिव पार्वती गणेश बनाकर देकर पूजन तथा हरेला गुड़ाई की परंपरा निभाई गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में मान्यता के अनुसार घर में बोया हरेला जितना बड़ा और हरा भरा होगा उस साल फसल भी उतनी ही अच्छी होगी। हरेला पर्व के दिन कई जगहों पर पौधारोपण भी किया गया। वन पंचायत सरपंच कलोन भूपाल सिंह मेहरा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने धौलछीना रामलीला ग्राउंड के आसपास पौधारोपण किया।