हल्द्वानी: आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण, लेटलतीफी पर जताई नाराजगी

हल्द्वानी| केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने हल्द्वानी शहर के बीचो-बीच मिनी स्टेडियम के सामने बन रहे 50 बेड के आयुर्वेदिक चिकित्सालय का…

हल्द्वानी| केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने हल्द्वानी शहर के बीचो-बीच मिनी स्टेडियम के सामने बन रहे 50 बेड के आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया और इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वित्त सचिव आनंद वर्धन और आयुष सचिव पंकज पांडे से दूरभाष पर बात की। भट्ट ने अस्पताल के संचालन में हो रही लेटलतीफी पर गहरी नाराजगी भी व्यक्त की है।

केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट आज हल्द्वानी स्टेडियम के समक्ष बने 50 बेड के आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण करने पहुंचे, जहां भवन बनकर तैयार हो चुका है लेकिन अस्पताल का संचालन शुरू न किए जाने पर भट्ट ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। इसके अलावा डॉक्टरों के पद सृजित करने तथा स्टाफ की उपलब्धता सहित अवशेष बजट को तत्काल रिलीज किए जाने को लेकर भट्ट ने मौके से ही दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वित्त सचिव आनंद वर्धन और आयुष सचिव पंकज पांडे से वार्ता की।

भट्ट ने अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता के दौरान गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 1 वर्ष पूर्व उनके द्वारा इस आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया था, यह राज्य का पहला अस्पताल है जिसे केरल की तर्ज पर यहां स्थापित किया जाना था, जिससे कि कुमाऊं मंडल के दूरदराज के लोगों को आयुष चिकित्सा पद्धति का लाभ मिल सके, लेकिन अवशेष बजट के आवंटित ना होने तथा डॉक्टरों व स्टाफ की तैनाती न किए जाने के चलते आज भी उसी हालत में है।

भट्ट ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसे ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में लेकर पिछले निरीक्षण में जल्द से जल्द शुरू किए जाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, भट्ट ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकार की छवि खराब होती है ऐसे में उन्होंने तत्काल अधिकारियों को अवशेष बजट आवंटित करते हुए आयुर्वेद चिकित्सालय में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं।

भट्ट ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द इस अस्पताल को शुरू किया जाए जिससे कि इस अस्पताल का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों कराया जा सके।

Indian Railway: इंडियन रेलवे के टर्निमल, जंक्शन और सेंट्रल में क्या होता है अंतर?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *