Garur News: प्राचीन भूमिया देव मंदिर में सुंदरकांड पाठ के साथ भव्य भंडारा, अनेक लोगों ने ग्रहण किया प्रसाद, अटूट आस्था का केंद्र है ये मंदिर

गरूड़ (बागेश्वर): गरुड़ विकासखंड में स्थित ग्रामीणों के अटूट आस्था के केंद्र प्राचीन भूमिया देवता मंदिर में आज व्यापक चहल—पहल रही। जहां आज भक्त समुदाय…

गरूड़ (बागेश्वर): गरुड़ विकासखंड में स्थित ग्रामीणों के अटूट आस्था के केंद्र प्राचीन भूमिया देवता मंदिर में आज व्यापक चहल—पहल रही। जहां आज भक्त समुदाय ने सुंदरकांड पाठ के साथ ही भव्य भंडारे का आयोजन किया। अब पथ प्रदर्शक कल्याण समिति उत्तराखंड मंदिर परिसर में प्लांटेशन का कदम उठाएगी।
गौरतलब है कि यह प्राचीन भूमिया देव मंदिर को स्थानीय लोग कैलुबुखरी देव मंदिर के नाम से भी पुकारते हैं। क्षेत्र के लोगों का अटूट आस्था का केंद्र है। इसके साथ लोगों की कई मान्यताएं जुड़ी हैं। इसके प्रति अटूट आस्था का बड़ा उदाहरण ये है कि जागरूक व आस्थावान क्षेत्रीय लोगों ने मंदिर के सौंदर्यीकरण एव उचित रखरखाव के लिए ‘भूमिया देव सेवा समिति’ नामक ग्रुप बनाया और इस ग्रुप के जरिये सभी क्षेत्रवासियों से संपर्क हुआ। और एकजुटता से मंदिर की धर्मशाला के पुनर्निर्माण व रखरखाव का कार्य शुरू हुआ। यह कार्य अब पूर्ण हो चुका है। इसी उपलक्ष्य में आज यहां सुंदरकांड पाठ आयोजित हुआ और भव्य भंडारे हुआ। जिसमें अनेक लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया।
इस मौके पर मंदिर परिसर में प्लांटेशन की समस्या पर भी लोगों ने मंथन किया। लोगों का कहना था कि लगाए गए पेड़ टिक नहीं पाते, क्यों​कि जो पेड़ लगाए जाते हैं, चीड़ का जंगल होने के कारण फायर सीजन में लगाए पौधे आग की भेंट चढ़ जाते हैं या खुला जंगल होने के कारण लगे पेड़ों को गाय व बकरियां नष्ट कर देती हैं। इस समस्या को देखते हुए ‘पथ प्रदर्शक कल्याण समिति उत्तराखंड’ सहयोग के लिए आगे आई है। समिति के प्रमुख दिनेश बलौदी ने कहा कि समिति प्लांटेशन की बेहतर पहल करने का प्रयास करेगी, ताकि मंदिर की गरिमा बनी रहे और पर्यावरण सुरक्षित रहे।


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