अल्मोड़ाः पूर्व विस अध्यक्ष कुंजवाल ने तनी भौहें, पेयजल योजना से बेरूखी से़ गुस्सा
अल्मोड़ा। दर्जनों गांवों की प्यास बुझाने वाली कपिलेश्वर पंपिंग पेयजल योजना की दुर्दशा औऱ अनदेखी को लेकर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल की भौहें तन गई हैं। विकासखंड लमगड़ा अंतर्गत इस योजना की विभागीय अनदेखी पर उन्होंने कहा है कि यदि योजना रामभरोसे रही, तो जल्द ही इससे जुड़े दर्जनों गांव पेयजल से वंचित हो जाएंगे। अविलंब इसके उचित रखरखाव की व्यवस्था नहीं होने की दशा में आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है।
श्री कुंजवाल ने विभाग पर इस योजना को रामभरोेसे छोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह योजना चार स्टैप में बनी है औ़र प्ऱत्येक स्टैप में दो-दो पंप लगे हैं। मगर पिछले तीन महीनों से ग्राम सैजा व सत्यों में एक-एक पंपों से काम चल रहा है और बांकी पंप खराब हैं। उन्होंने बमुश्किल करोड़ों की लागत से योजना अस्तित्व में आई है, मगर अब विभागीय हीलाहवाली से यह योजना बंद होने जैसे हालात में पहुंच रही है, वह भी तक जबकि यह योजना दर्जनों गांवों को पानी पिलाने में संजीवनी सी है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द इसकी सुध नहीं ली गई और इसके बंद पंप चालू नहीं किए गए, तो इससे जुड़े असोटा, सिलखोड़ा, भैसोड़ा, उलसेटी, रतखान, रालाकोट, गंगापानी, चैमू, कलसीमा, उरेगी, सिलल्टी, सत्यों, मेरधुरा, ऐंचोली, गड़ापानी, अनरियाकोट, पलना, ढौरा, खेरदा, जलना, कत्यारी, गूना, तोली, गौना, खरसों, तुलेड़ी, कल्टानी, ठाट, टकोली आदि ढाई दर्जन गांव पेयजल संकट में आ जाएंगे। श्री कुंजवाल ने सात महीनों से योजना के पंप आपरेटरों को मानदेय नहीं दिए जाने को भी गंभीर बताया है और उन्हें तत्काल इसका भुगतान करने की मांग की है। साथ ही मामले की अनसुनी पर आंदोलन की धमकी दी है।