देहरादून | उत्तराखंड वन विभाग में वरिष्ठ आईएफएस राजीव भरतरी के प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) का दोबारा चार्ज संभालने के बाद से हलचल मची हुई है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद राजीव भरतरी ने मंगलवार (4 अप्रैल) दोपहर करीब 1.30 बजे चार्ज संभाला।
जहां चार्ज संभालने के अगले ही दिन बुधवार (5 अप्रैल) को प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) राजीव भरतरी ने वन विभाग में 10 अधिकारियों के तबादले कर दिए। तबादलों से जुड़ीं पूरी खबर पढ़ें…
तो वहीं आज गुरुवार को शासन ने प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) राजीव भरतरी द्वारा किए गए तबादलों पर रोक लगा दी। इस संबंध में दो नए आदेश जारी किये गए है।
जारी आदेश में बताया गया है कि….
➡️ राजीव भरतरी प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) देहरादून द्वारा वन विभाग के किसी भी कार्मिक का स्थानांतरण मुख्यालय के अंतर्गत तैनात अधिकारियों/कार्मिकों के मध्य नवीन कार्य विभाजन तथा कोई भी नीतिगत निर्णय शासन के अनुमोदन के पश्चात ही किया जाएगा।
➡️ उक्त आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी होंगे तथा उक्त आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
➡️ राजीव भरतरी प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) देहरादून द्वारा उक्त आदेशों के अतिक्रमण में निर्गत समस्त आदेश, यदि कोई हों, तदनुसार स्वत: अपास्त समझे जाएंगे।
बता दें कि, राजीव भरतरी को पखरो रेंज में अवैध निर्माण और पेड़ कटान के प्रकरण में उन्हें हॉफ पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने कोर्ट की शरण ली और हाईकोर्ट ने उन्हें नियुक्ति देने के आदेश जारी किए।