उत्तर प्रदेश के गुरू गोरखनाथ मंदिर पर गलत इरादों से दाखिल होने का प्रयास करने के दौरान पुलिस कर्मियों को धारदार हथियार से घायल करने वाले युवक मुर्तजा के तार आतंकी संगठन से जुड़े होने की बात सामने आ रही है।
तहकीकात में पता चला है कि धर्म विशेष के नारे लगाते हुए मंदिर के भीतर दाखिल होने का प्रयास करने वाला युवक अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ा हो सकता है। पुलिस टीम मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए गोरखपुर के आसपास के जिलों में लगातार छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि कुशीनगर, संत कबीरनगर, महाराजगंज से कई अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए हैं।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर के बाहर कैसे पहुंचा और उसके पास वह हथियार कहां से आया, जिसको हाथ में लेकर उसने पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने मुर्तजा के ऐसे दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है, जो मुर्तजा को अपनी बाइक से गोरखनाथ मंदिर के बाहर छोड़ा गये थे। एटीएस ने उनको महाराजगंज से हिरासत में ले लिया है। पकड़े गए लोगों में मिनहाज नाम के युवक से ATS पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि यह लड़का अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ा है।
हालांकि मुर्तजा के पिता उसे दिमागी तौर पर कमजोर बता बचाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जांच में यह भी पता चला है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी कोई दिमागी बीमार नहीं, बल्कि एक ऐप डिवेलपर है। वह खास ऐप बनाकर किन लोगों से संपर्क साधा करता था, इसकी भी जांच चल रही है।
यह भी उल्लेखनीय है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। वह गोरखपुर के सिविल लाइन इलाके का रहने वाला है। डिग्री हासिल करने के बाद उसने दो बड़ी कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज, Essar पेट्रोकेमिकल्स में जॉब भी की थी। मुर्तजा अब्बासी के पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों में लीगल एडवाइजर रहे हैं। चाचा गोरखपुर के बड़े डॉक्टर है अब्बासी हॉस्पिटल के मालिक है। आरोपी की एक बार शादी बातचीत के दौरान टूट गई। बाद में दूसरी लड़की से शादी हुई तो पत्नी छोड़ कर चली गई। खबर यह भी बता रही है कि मुर्तजा पहले से ही पुलिस रडार पर था, लेकिन जब पुलिस उसे पकड़ने आई तो वह नेपाल भाग गया था। अलबत्ता मुर्तजा 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है।