शिमला न्यूज़ : हिमाचल के स्वर्णिम 50 साल, अमित शाह न आए ना ही वर्चुअल जुड़ पाए, नड्डा व अनुराग ही पहुंचे

शिमला। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर चुका है। हिमाचल प्रदेश के स्वर्णिम 50 वर्ष समारोह में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष भी…

शिमला। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर चुका है। हिमाचल प्रदेश के स्वर्णिम 50 वर्ष समारोह में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पहुंचे उनके साथ ही केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी शिमला पहुंचे। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस पर ध्वजारोहण किया व परेड की सलामी ली। इसके अलावा प्रदेश के विकास पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उसके बाद सभी नेतागण समारोह स्थल पर पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्चुअल माध्यम से भी समारोह में नहीं जुड़ पाए। इसी रिज मैदान से 25 जनवरी 1971 को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने 18 गणराज्य का दर्जा दिया था। इस मौक़े पर हिमाचल के विकास पर आधारित लघु फ़िल्म भी दिखाई गई। हिमाचली संस्कृति व नाटीकी झलक भी समारोह में देखने को मिली।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार व इंदिरा गांधी को याद करना जरूरी है जिन्होंने हिमाचल को पूर्ण राज्य बनाने में मदद की। घर-घर पानी पहुंचाने के लिए शांता कुमार ने काम किया और हिमाचल के पानी की करोड़ों की रॉयल्टी का मामला उठाया जिसपर कांग्रेस की वीरभद्र सिंह ने केस किया। जिसको धूमल सरकार ने लड़ा। धूमल सरकार ने सड़क बनाई, प्लास्टिक बन्द करवाने की पहल की। निज़ी क्षेत्र में यूनिवर्सिटी खुलवाई। पन बिजलीं परियोजनाओं को आगे बढ़ाया। हिमाचल के लिए उद्योगिक पैकेज की घोषणा अटल ने की। कारोना काल में भाजपा सरकार ने अच्छा काम किया। दुनिया को वैक्सीन देने का काम भी केंद्र सरकार कर रही है। 25 वर्षों में हिमाचल को नंबर बनाने के लिए विधानसभा में 2 दिन चर्चा हो।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद 30 छोटी बड़ी रियासतों को मिलाकर हिमाचल प्रदेश अस्तित्व में आया था। 50 वर्ष के इस सफर की डगर कठिन थी मुश्किलें पहाड़ के जैसी थी। लेकिन हर कदम पर जनता के सहयोग से प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ा। हिमाचल को पूर्ण राज्यत्व का दर्जा दिलवाने के लिए हिमाचल निर्माता का धन्यवाद। हिमाचल प्रदेश के लोग सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे लेकिन प्रथम मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार ने जो प्रदेश में विकास की आधारशिला रखी उसको निरन्तंर सरकारों ने आगे बढ़ाया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का भी प्रदेश के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया। रोहतांग टनल उनकी दूरदर्शी सोच का नतीज़ा है। हिमाचल को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ना व प्रदेश में इन्वेस्टरों को बुलाना सरकार का मुख्य काम है। कोविड नहीं आता तो 40 हज़ार करोड़ की इन्वेस्टमेंट आ जाती।

शिमला में स्वर्ण जयंती समारोह में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ऐसे स्वर्णिम मौकों में शामिल होने का कम ही लोगों को अवसर मिलता है। 50 साल की यात्रा में भले ही कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा हो लेकिन आज जिस मुकाम पर प्रदेश पहुंचा है उसमें कई नेताओं का योगदान रहा है। ऐसा भी वक़्त था जब मीलों पैदल चलना पड़ता था पढ़ने के लिए बाहरी राज्यों में जाना पड़ता था। हिमाचल निर्माता डॉ. यशवंत परमार के साथ सभी मुख्यमंत्रीयों के योगदान नहीं भुलाया जा सकता है। वीरभद्र सिंह ने प्रदेश के विकास में अहम योगदान दिया। शांता कुमार ने महिलाओं के सिर से पानी का घड़ा उतारा, इसलिए उन्हें पानी वाला मुख्यमंत्री कहा जाता है। गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने का काम प्रेम कुमार धूमल ने किया। हर दृष्टि से प्रदेश का विकास हुआ हमे इस पर गर्व भी है गौरव भी है। हिमाचल ने स्वास्थ्य क्षेत्र में भी अभूतपूर्व विकास किया है। शिक्षा क्षेत्र में 36 से 86 फ़ीसदी तक पहुंच गए। अभी हमें ओर आगे बढ़ना है। लेकिन यदि उजाले का मज़ा लेना है तो अंधेरे को याद रखो। पीएम मोदी ने हिमाचल को स्पेशल कैटगिरी स्टेट बनाने में मदद की। अटल टनल को बनाने में अहम योगदान दिया है। प्लानिंग कमिश्नन में हिमाचल को ज़्यादा पैसा मिलेगा इसके प्रयास किए जा रहे है। अंत मे नड्डा विभिन्न योजनाओं के कार्यन्वयन के लिए जय राम ठाकुर की पीठ भी थपथपा गए। हिमाचली दुनियां भर में ईमानदारी के लिए विख्यात है। ये हमारी कमज़ोरी नही ताक़त है। कार्य्रकम के अंत में अध्यक्ष राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने 50 पूर्ण राज्यत्व दिवस पर सबको बधाई दी।


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