— दो विभागों में सामंजस्य नहीं होने से अधर में लटकी जौलकांडे—शीशाखानी सड़क का निर्माण
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
लोक निर्माण विभाग द्वारा वन निगम को जौलकांडे-शीशाखानी मोटरमार्ग निर्माण के लिए पेड़ कटान के एवज में धनांवटन नहीं किया जा रहा है। वन निगम व लोनिवि के बीच चल रहे विवाद का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वन निगम ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक उन्हें भुगतान नहीं होगा, तब तक सड़क पर कुदाल तक नहीं लगाने दिया जाएगा।
बता दें कि गत वर्ष जनवरी माह में लोक निर्माण विभाग द्वारा जौलकांडे-शीशाखानी मोटर मार्ग की स्वीकृति मिलने के बाद निविदाएं आमंत्रित की थी। जिसकी निविदा होने के बाद विभागीय रूप से वन निगम ने सर्वे कर दी। परंतु अब तक वन निगम को लोनिवि ने इसके एवज में पेड़ों की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। जिस पर वन निगम ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए लोक निर्माण विभाग को चेतावनी दी है कि यदि बिना भुगतान किए मोटर मार्ग का निर्माण किया गया तो वे लोनिवि के खिलाफ उच्चाधिकारियों को लिखकर कार्रवाई करेंगे।
वहीं संबंधित ठेकेदार को भी चेतावनी दी है कि यदि उसके द्वारा वन निगम की अनुमति के बिना व विभाग द्वारा धनराशि जमा किए बिना कुदाल भी लगाया तो उसके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी। इधर वन निगम व लोनिवि के बीच पैसे को लेकर चल रहे विवाद का खामियाजा शीशाखानी के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। पूर्व ग्राम प्रधान हरीश मनराल, रमेश जनौटी, बसंत मनराल, आनंद सिंह आदि ने कहा है कि विभाग द्वारा एक साल पूर्व मोटर मार्ग के कटान के कार्य के लिए पिलर लगा दिए थे परंतु अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है जो कि प्रदेश सरकार की योजनाओं के साथ ही ग्रामीणों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने शीघ्र मोटर मार्ग का कटान प्रारंभ किए जाने की मांग की है।