देहरादून न्यूज : यूसर्क एवं एनआईईटी हल्द्वानी के संयुक्त तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का पहला दिन

देहरादून। उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र- यूसर्क एवं एन आई ई टी हल्द्वानी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का श्रीगणेश…

देहरादून। उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र- यूसर्क एवं एन आई ई टी हल्द्वानी के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का श्रीगणेश हो गया। इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का विषय रोल ऑफ टेक्नोलॉजी इन द एरा ऑफ कोविड-19 फॉर एजुकेशन था। इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन उत्तराखंड साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर एनके जोशी वाइस चांसलर कुमाऊं यूनिवर्सिटी नैनीताल, प्रोफेसर दुर्गेश पंत डायरेक्टर यूसर्क एवं अध्यक्ष दर्जा राज्यमंत्री उच्च शिक्षा डॉ. बहादुर सिंह बहादुर सिंह बिष्ट रहे ।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कांफ्रेंस के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने के लिए एम आ ई टी परिवार को बधाई दी। उन्होंने बताया कि आने वाला समय ऑनलाइन एजुकेशन ई लर्निंग और वर्चुअल क्लासेस का है इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेजों विश्वविद्यालयों में ई – ग्रन्थालय की स्थापना करेगी स्थापना करेगी। तथा उन्होंने यह भी कहा कि आज हम कोविड-19 के पीरियड में वर्चुअल टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपने शिक्षा क्षेत्र को नए आयाम देंगे।
इसी क्रम में माननीय प्रोफेसर डॉ बहादुर सिंह बिष्ट दर्जा राज्यमंत्री उच्च शिक्षा ने बताया कि बीता हुआ समय वापस नहीं आता, हमें इसी समय के साथ रहते हुए ई लर्निंग के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र को स्थापित करना होगा तथा आने वाला समय भी ई लर्निंग के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।
कार्यक्रम के कीनोट स्पीकर प्रोफेसर दुर्गेश पंत डायरेक्टर यूसर्क ने केयर लव और होप पर आधारित मॉडल को प्रतिपादित किया जिसके अनुसार आने वाली टीचिंग लर्निंग, काली़्ंब्रेटीव, रेस्पॉन्सिव , कंसर्न इंगेजमेंट पर आधारित जीवंत वातावरण में वास्तविक और आनंददायक होगी।
प्रोफेसर एनके जोशी वाइस चांसलर कुमाऊं यूनिवर्सिटी ने बताया कि किस प्रकार कुमाऊ यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनलाइन क्लासेस का संचालन किया जा रहा है तथा ऑनलाइन शिक्षा के विस्तार के लिए उन्होंने टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी चर्चा की तथा उन्होंने कहा हमें अपने टेक्निकल इंफ्रास्ट्रक्चर को विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में मजबूत करने की आवश्यकता है।
कांफ्रेंस के ऑर्गेनाइजिंग डायरेक्टर
प्रोफेसर कमल के पांडे ने ऑनलाइन क्लासेस और ई लर्निंग प्लेटफॉर्म के बारे में अपने विचार रखें तथा इनके सामाजिक महत्व के बारे में भी बताया।
इसी क्रम में मिस अनुका कुमार सीनियर लीडर मैनेजर एकेडमिक एसोसिएशन पार्टनर आई वी एम द्वारा द्दिया गया। मिशन का कुमार ने बताया कि किस प्रकार टेक्नोलॉजी विभिन्न क्षेत्रों जैसे एग्रीकल्चर, बायो टेक्नोलॉजी और शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है तथा प्रोफेसर अभय सक्सेना दीन देव संस्कृति यूनिवर्सिटी हरिद्वार ने इंडस्ट्री वर्जन 5.0 एंड एजुकेशन वर्जन 5.0 पर अपने विचार रखो
इस अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कांफ्रेंस के संयोजक मिस्टर अरुण सक्सेना एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एमआईटी हल्द्वानी तथा डॉ आशुतोष भट्ट ने बताया कि आज प्रथम दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों ने अपने विचार रखें कि किस प्रकार हम टेक्नोलॉजी के रोल को शिक्षा के क्षेत्र में स्थापित कर सकते हैं तथा उन्होंने यह भी बताया कि द्वितीय दिवस पर मिस्टर संजीव कोरंगा सीनियर मैनेजर paypal कैलिफ़ोर्निया अमेरिका, अजय कुमार सिंह टीसीएस, मिस्टर मणि मधुकर आईबीएम, डॉक्टर अभिषेक माथुर नागपुर , डॉक्टर ओ पी नौटियाल यू सर्क से अपने विचार रखेंगे कल का सत्र प्रातः 10:00 बजे से शुरू होगा तथा साय कालीन 3:00 बजे तक चलेगा। इस अवसर पर एमआईटी संस्थान के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन विष्णु शरण अग्रवाल और पुनीत अग्रवाल ने एमआईटी परिवार को सफल कॉन्फ्रेंस आयोजन हेतु अग्रिम शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मिस मनीषा कोरंगा ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री मिस्टर डॉक्टर निशांत वर्मा ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री और ऑर्गेनाइजिंग कमेंटी के मेंबर डॉक्टर एल पी वर्मा, डॉक्टर गोविंद पाठक , डॉ अमित सचदेवा , डॉ राजेन्द्र सिंह राणा, पंकज मेहता, वैशाली जोशी , दीक्षा जोशी, काजल जोशी, शिवा हसन, ओम जोशी, उमेश जोशी, राजदीप जंग और समस्त एम आई ई टी स्टॉफ और शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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