सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः अग्निकाल समाप्त हो गया है, सूरज की तपिश ऐसी कि जंगल अभी भी आग की चपेट में हैं। बीते शुक्रवार की रात पौड़ी बैंड के जंगलों में भयंकर आग लग गई। सुबह होने तक जंगल जलकर खाक हो गए। जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग की उपेक्षा का परिणाम जंगलों में आग है।
गौरतलब है कि जिले में फायर सीजन में वनाग्नि की 51 घटनाएं हो चुकी हैं। जिससे 46 आरक्षित, तो 05 सिविल वन जल गए हैं। वन विभाग के अनुसार 2,19,000 रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, पौड़ीबैंड के जंगल जलने से शनिवार को वातावरण में धुंआ फैल गया। स्थानीय निवासी प्रकाश चंद्र ने बताया कि वन विभाग को सूचना दी गई। सुबह तक जंगल जलकर खाक हो गए। जंगली जानवरों ने गांवों का रुख कर लिया है। जिससे ग्रामीण भयभीत हैं। धुएं के कारण लोगों को आंखों में दर्द की शिकायत है। आग लगने से वनस्पति को भी नुकसान हुआ है। इधर, आरओ श्याम सिंह करायत ने कहा कि आग बुझाने के लिए टीम बनाई गई है, जो लगातार गश्त कर रही है।