सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
राष्ट्रीय पुलिस स्मारक चाणक्यपुरी दिल्ली में पुलिस स्मृति दिवस के समापन पर जिले के एवरेस्टर हीरा लाल को बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है। वह भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में उप सेनानी, जीडी के पद पर तैनात हैं। उनके अतिथि बनने पर जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है।
आइटीबीपी में तैनात उप सेनानी, जीडी हीरा लाल ने बताया कि वह कपकोट के सुन्योरा गांव के हैं। 1983 में जीडी सिपाही से भर्ती हुए। पर्वतारोहण और साहसिक खेलों के प्रति उनकी गहरी रूचि है। उन्होंने एम एंड एसआइ में सर्वोत्कृष्ट राक क्लाइम्बर, स्की एवं पर्वतारोही रहकर बल को गौरवाविंत किया है। उन्होंने 1991 से 2015 तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोहण अभियानों में भाग लिया। माउंट एवरेस्ट प्रमुख है। माउंट एवरेस्ट पर नार्थ कालम चाइना की तरफ से 1996 और 2006, साउथ कालम चाइना की तरफ से 1992 और 2009 में फतह किया। इसके अलावा रेस्क्यू, बचाव अभियानों का हिस्सा रहे। पर्वतारोही एवं स्की संस्थान, आइटीबीपी में बतौर प्रशिक्षक के रूप में 15 वर्ष सेवा की। इस दौरान पर्वतारोही तैयार किए। उन्हें 2006 और 2012 में राष्ट्रपति पुलिस पदक, 2013 में तेंजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से अंलकृत किया गया। उप सेनानी हीरा लाल ने बताया कि आइटीबीपी का यह 29 वां पुलिस स्मृति दिवस के समापन रीट्रीट समारोह है। जिसमें उन्हें बतौर सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लेने का मौका मिला।