सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
आर्मी पब्लिक स्कूल अल्मोड़ा में तीन दिवसीय एथिक्स बाउल प्रतियोगिता (Ethics Bowl competition) का आरम्भ शुक्रवार से हो गया है। इसी क्रम में हिंदी वाद—विवाद प्रतियोगिता भी आयोजन हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़—चढ़कर भागीदारी की। प्रधानाचार्य सुशील जोशी ने प्रतिभागियों का मार्ग निर्देशन करते हुए प्रतियोगिता के उद्देश्य के बारे में बताया।
एथिक्स बाउल वह प्रतिस्पर्धा है जिसमें नैतिक दुविधा की स्थिति में मानवता के लिए सोचते हुए सर्वोत्तम निर्णय लेने की ओर विद्यार्थियों को प्रेरित करने का प्रयास रहता है। नैतिक दुविधा वह स्थिति है, जब हमें अपने सार्वजनिक अथवा निजी जीवन में एक से अधिक नैतिक विकल्पों में से किसी एक का चयन करना होता है।
इसी क्रम में विद्यार्थियों के मध्य हिन्दी वाद—विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय ‘इंटरनेट विद्यार्थियों की रचनात्मकता पर लगाम लगा रहा है’ था। इस विषय के पक्ष और विपक्ष में वक्ताओं ने अपने विचारों से इंटरनेट के सही व रचनात्मक उपयोग हेतु श्रोताओं को प्रेरित किया। इस प्रतियोगिता में विषय के पक्ष में रोशनी बिष्ट, विपक्ष में राघव पाण्डेय तथा प्रश्नकर्ता के रूप में निधीश तिवारी का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुशील जोशी ने बताया कि इस प्रकार के विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों में प्रतिभाग कर विद्यार्थियों को भावी जीवन के लिए एक उचित मार्गदर्शन और निर्णय लेने की क्षमता प्राप्त होती है।