Haldwani: 50 हजार की रिश्वत लेते लघु सिंचाई विभाग का ईई गिरफ्तार

👉 विजिलेंस टीम की बड़ी कार्रवाई, इसके हल्द्वानी व देहरादून आवास की भी तलाशी सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। 50 हजार की घूस लेते लघु सिंचाई खंड…

50 हजार की रिश्वत लेते लघु सिंचाई विभाग का ईई गिरफ्तार

👉 विजिलेंस टीम की बड़ी कार्रवाई, इसके हल्द्वानी व देहरादून आवास की भी तलाशी

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। 50 हजार की घूस लेते लघु सिंचाई खंड नैनीताल का ईई को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने गूल निर्माण के लिए ठेकेदार से 50 हजार की रिश्वत मांगी थी। उनकी देर रात कालाढूंगी के एक रिसॉर्ट से हुई गिरफ्तारी हुई है। पकड़े गए इंजीनियर का नाम कृष्ण सिंह कनियाल है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लघु सिंचाई खंड नैनीताल के अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह कन्याल को विजिलेंस की टीम ने 50 हजार रुपये के रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ईई ठेकेदार को पैसे के भुगतान करने के बाद इनाम के तौर पर रिश्वत की डिमांड कर रहा था। जिसके लिए उसने कांट्रेक्टर को नयागांव के रेस्टोरेंट में बुलाया था।

विजिलेंस की टीम गत देर रात तक अधिशासी अभियंता के हल्द्वानी और देहरादून स्थिति आवास की भी तलाशी ली। आज उसे कोर्ट में पेश किया जा रहा है। विजिलेंस के सीओ अनिल मनराल ने बताया कि बीते कुछ दिन पहले ठेकेदार ने कार्यालय में पहुंचकर इस बावत उन्हें जानकारी दी थी।

बता दें कि अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह कन्याल पुत्र हरक सिंह निवासी लार्ड कृष्णा ग्रीन प्रथम तल वी-109 केदारपुरम मोथरो वाला देहरादून के निवासी हैं। हाल निवास उनका मुकुल विहार सिजवाली काम्पलैक्स बी-5 प्रथम तल तल्ली बमौरी, लालडांठ बाईपास रोड हल्द्वानी है।

गूल निर्माण के ठेके के बाद मांगा ईनाम

बताया जा रहा है कि बीते वर्ष ग्राम सेलिया में लघु सिंचाई विभाग की गुल निर्माण का ठेका हुआ था । लगभग 10 लाख रुपये का कार्य शिकायतकर्ता ने किया। इसका भुगतान हो गया है। इसी भुगतान के एवज में लघु सिंचाई विभाग के ईई कृष्ण सिंह कन्याल इनाम के रूप में रिश्वत की मांग की थी।

सही पाई गई शिकायत

जांच करने में शिकायत सही पाई गई। सीओ मनराल ने बताया कि निरीक्षक भानु प्रकाश आर्य के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। कहा कि ईई को 50 हजार रुपये लेते हुए सिक्स सीजन रिजॉट, नया गांव कालाढूंगी के परिसर से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। उधर निदेशक सतर्कता डा. वी. मुरूगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

 

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