किच्छा। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना ई-वेस्ट का निस्तारण करने की बायो डिग्रेडेशन की खोज करने वाले पंतनगर के वैज्ञानिक डॉ. एमजीएच जैदी का पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डॉ. गणेश उपाध्याय ने माल्यार्पण करते हुए उनका जोरदार स्वागत किया और बधाई देकर उज्जवल भविष्य की कामना की। पर्यावरण को क्षति पहुंचाये बिना ई-वेस्ट का निस्तारण करने के लिए पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष व सेवानिवृत्त प्राध्यापिका डॉ. रीता गोयल तथा रसायन विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. एमजीएच जैदी द्वारा लंबे समय से रिसर्च की जा रही थी और अब उन्हें सफलता मिल गई है। डॉ. उपाध्याय ने उपलब्धि मिलने पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि 31 जुलाई 2020 को भारत सरकार ने पेटेंट को मंजूरी दे दी है।
भारत सरकार से मंजूरी मिलने के बाद डॉ. उपाध्याय ने वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि देश और प्रदेश में इसकी वास्तव में आवश्यकता थी, आज उत्तराखंड के अंदर-बाहर अधिक मात्रा पर कचरा पड़ा हुआ है। डॉ. उपाध्याय ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आग्रह करते हुए कहा कि एैसे होनहार वैज्ञानिकों के लिए एक नया विभाग खोलकर उत्तराखंड में कचरे की वजह से हो रही बीमारी से निजात दिलाने के लिए नई-नई तकनीक का रास्ता खोजा जा सके। डॉ. उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड सरकार को चाहिए कि वैज्ञानिकों की 18 साल की खोज व ज्ञान का सदुपयोग कर उत्तराखंड तथा देश को इस तकनीक का लाभ दिलाने के लिए वैज्ञानिकों को आगे आने का मौका देना चाहिए।