सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। यहां नृसिंहबाड़ी मोहल्ले में विगत कई रोज से दिख रहे कोबरा को पकड़ने के लिए आज वन विभाग की टीम पहुंची। काफी मेहनत के बाद भी यह सर्प टीम के हाथ नहीं लग पाया। अलबत्ता खुलासा इस बात का हुआ है कि इस सांप ने अपनी केंचुली उतारी है। सर्प इन दिनों कष्टप्रद प्रक्रिया से गुजर रहा है। अतएव इससे डरने की नहीं सावधान रहने की जरूरत है।
पैदल मार्ग में घूमता दिख रहा कोबरा
उल्लेखनीय है कि यहां नृसिंहबाड़ी मोहल्ले से अफसर कॉलोनी को जाने वाले पैदल मार्ग में एक विशाल कोबरा को देख लोगों के होश फख्ता हो गए। इस सर्प में सफेद निशान भी है, जो कि नागों में हुआ करता है। कुछ लोगों का पांव इस पर पड़ते—पड़ते रह गया। हालांकि सर्प की गतिविधि देख लोग सावधान हो गए।
आवासीय परिसरों में हो रहा दाखिल
इस बीच मोहल्ले के लोगों ने सर्प को मकानों के आस—पास से दूर भगा दिया। इसके बावजूद यह सर्प बार—बार आवासीय परिसरों में दाखिल होने लगा। जिसके बाद लोगों में काफी दहशत फैल गई।
वन विभाग की पहुंची टीम
इस बीच मोहल्ले के जागरूक नागरिकों ने मामले की सूचना वन विभाग को दी। वहीं समाजसेवी व सभासद अमित साह मोनू ने भी रेंजर मोहन राम आर्य को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। आज शुक्रवार को काफी प्रयास के बावजूद यह सर्प उनके हाथ नहीं लगा।
कोबरा सांप ने उतारी है केंचुली
वनक्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्य व अमित साह ‘मोनू’ ने बताया कि सर्प को पकड़ने विभाग से गिरधर सिंह बोरा व चंदन मेहता आये थे। उनके अनुसार यह एक नाग यानी कोबरा है। जो कि काफी जहरीला होता है। सर्प ने हाल में अपनी केंचुली उतारी है और कष्टप्रद स्थिति से गुजर रहा है।
यह भी जानिए
जानकारों का कहना है कि सर्प साल में तीन या चार बार अपनी केंचुली (बाहरी त्वचा) उतारता है। जब उसके शरीर की बाहरी त्वचा जख्मी हो जाती है या किसी कारण से बेकार हो जाती है तो सर्प इस कष्टप्रद प्रक्रिया से गुजरता है। वह पत्थरों, पेड़, कांटों आदि में रगड़—रगड़ अपनी त्वचा निकालता है। बताया जाता है कि सांप को इस दौरान काफी कष्ट भी होता है। हालांकि जब केंचुली उतर जाती है तो उसकी बाहरी त्वचा फिर चमकदार हो जाती है और वह काफी चुस्त हो जाता है।
भयभीत मत हों, सावधान रहें : वन विभाग
नृसिंहबाड़ी मोहल्ले में घूम रहा यह कोबरा spectacled cobra बताया जा रहा है। केंचुली उतारने के चलते यह कंटीले व पत्थरीले स्थानों पर नहीं जा पा रहा। जिस कारण रिहायशी भवनों में बार—बार दाखिल हो रहा है। वन विभाग का कहना है कि इस सर्प से भयभीत होने की बजाए सावधानी रखें। सांप तभी काटता है जब उसे किसी से खतरा महससू होता है। नहीं तो यह बेहद शर्मीला होता है। इंसानों से दूर ही रहना पसंद करता है।
अलबत्ता नृसिंहबाड़ी में यह कोबरा एक भवन में स्थित बाथरूम के पीछे दीवार में जा छिपा है। वन कर्मियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर कल इसे दोबारा पकड़ने का प्रयास किया जायेगा।
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