Almora: सोमेश्वर तहसील के विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण को पहुंची डीएम वंदना

कई ग्रामीण क्षेत्रों में काम देखे और अफसरों को दिए जरूरी निर्देश ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और निराकरण का आश्वासन दिया सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाजिलाधिकारी वन्दना…

  • कई ग्रामीण क्षेत्रों में काम देखे और अफसरों को दिए जरूरी निर्देश
  • ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और निराकरण का आश्वासन दिया

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
जिलाधिकारी वन्दना ने आज तहसील अल्मोड़ा/सोमेश्वर अन्तर्गत विभिन्न स्थानों का भ्रमण व विकास कार्यों का निरीक्षण किया। गुणकाण्डे पम्पिंग योजना का स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होंने लघु डाल के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पम्पिंग योजना के संरक्षण एवं रख-रखाव के लिये कार्य योजना तैयार कर ली जाय। उन्होंने ग्रामवासियों को दी जा रही पेयजल व्यवस्था की भी जानकारी ली।

इसके पश्चात् जिलाधिकारी ने कनालबूंगा एवं ग्राम वाल्सा में बन रहे अमृत सरोवरों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है इस कार्य को प्राथमिकता के साथ समय से पूर्ण किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपद के 32 गॉवों में इस कार्य योजना को पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि अमृत सरोवरों के देयकों का भुगतान प्राथमिकता के साथ कर दिया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि ग्राम पंचायतों में खुली बैठकों का रोस्टर तत्काल जारी किया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी ने भनरगॉव पेयजल पम्पिंग योजना में अभी तक किये गये कार्यों की जानकारी प्राप्त की। ग्राम प्रधान भनरगॉव एवं क्षेत्रीय जनता ने जिलाधिकारी से मांग की कि इस पम्पिंग योजना से कनालबूंगा, इटौला, गुडकाण्डे, नाकोट, वल्सा, महतगॉव, जाख आदि ग्रामों को भी लाभान्वित किया जाय। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इन सभी ग्रामों से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के उपरान्त कार्य को शीघ्र प्रारम्भ किया जाय।

जिलाधिकारी ने ब्रहम सरोवर घाट का भी निरीक्षण किया और वहॉ पर लकड़ी की टाल, खेल मैदान बनाने के प्रस्ताव पर सम्बन्धित अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने वहॉ पर बने जसुली देवी धर्मशाला का भी निरीक्षण किया और कहा कि इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारी उपयुक्त कार्यवाही करें। ग्राम गागिल-बेह में कृषि उद्यमी सुनील सिंह बिष्ट द्वारा किये जा रहे इन्टीग्रेटेड फार्मिंग को देख और उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों को अमृत सरोवर का सर्वे करने और सूअर रोधी दीवार का प्रस्ताव खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिये।

इसके बाद जिलाधिकारी ने स्यूनराकोट पहुॅचकर प्राचीन स्यूनराकोट नौले का निरीक्षण किया और कहा कि इस तरह की धरोहरों को हमें संरक्षित किया जाना चाहिए। उन्होंने पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि मुख्य सड़क से प्राचीन नौले तक सी0सी0 मार्ग बनाया जाय। जिलाधिकारी ने सुमित्रानन्दन पंत के पैतृक घर को भी देखा और कहा कि इसे संरक्षित करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने ऑगनबाड़ी केन्द्र स्यूनराकोट में लोगों की अनेक जनसमस्याओं को भी सुना। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी स्यूनराकोट द्वारा ग्राम का रजिस्टर और अभिलेख साथ नहीं लाने पर खण्ड विकास अधिकारी को इनका स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।

ग्राम सभा कसून पहुॅचने पर ग्रामवासियों द्वारा प्रथम बार जिलाधिकारी के आगमन पर फूलमालाओं से उनका स्वागत किया। ग्रामीणों ने उन्हें अनेक जनसमस्याओं से अवगत कराया। जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने पाटिया ग्राम पहुॅचकर पुरानी शैली में बनाये गये होम-स्टे का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के होमस्टे पर्यटन के लिए काफी कारगर सिद्ध होंगे। उन्होंने जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि यहॉ पर जितने भी होम-स्टे हैं, उनकी जन समस्याओं के लिए एक कैम्प का आयोजित करने तथा इनका पंजीकरण पर्यटन विभाग मंे कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सदस्य महेश नयाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश भाकुनी, क्षेत्र पंचायत सदस्य आनन्द डंगवाल, तहसीलदार सोमेश्वर खुश्बू आर्या सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि शामिल रहे।

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