सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिलाधिकारी विनीत कुमार ने जिला स्तरीय बैंकर्स की बैठक में आधी—अधूरी जानकारी के साथ आने पर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा लोन वितरण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही लीड बैंक अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर स्वीकृति लक्ष्य के सापेक्ष बैंकों द्वारा ऋण की प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बेरोजगारों को स्वरोजगार को लेकर सरकार ने विभिन्न योजनाएं बनाई हैं, लेकिन बैंकर्स की ऋण देने की धीमी गति है। जिससे कारण सरकार की योजनाओं का लाभ समय पर नहीं मिल पा रहा है। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और बैंकर्स को स्वरोजगार के लिए दिए जाने वाले ऋण में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली नहीं करने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को विकास भवन सभागार में आयोजित जिला स्तरीय बैंक सलाहकार एवं समन्वय समिति की डीएम विनीत कुमार ने समीक्षा की। उन्होंने स्वरोजगार को दिए जाने वाले ऋण पर बैकर्स से सवाल पूछे लेकिन वह ठोस जवाब नहीं दे पाए।
डीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि रोजगार के लिए संचालित योजनाओं के लिए ऋण उपलब्ध कराना प्राथमिकता है। बैंकर्स इस पर किसी भी प्रकार की हीलाहवाली नहीं करेंगे। कहा कि शीर्ष प्राथमिकता वाले आवेदनों को पहली प्राथमिकता के आधार पर ऋण प्रदान किया जाए। बैंकर्स और अधिकारी स्वरोजगार की योजनाओं में आपसी समन्वय के साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अगली बैठक में बैंकर्स उपलब्ध आवेदन पत्रों पर की गई कार्रवाई के साथ उपस्थित होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इस मौके पर डीडीओ केएन तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा. उदय शंकर, महाप्रबंधक उद्योग दुर्गापाल, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी केएस कर्म्याल, कृषि अधिकारी वीपी मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह आदि मौजूद थे।