अल्मोड़ा। ‘जल जीवन मिशन‘ की जिला स्तर पर गठित जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में हुई। जिसमें मिशन अंतर्गत अब तक हुए कार्यों की समीक्षा हुई। डीएम ने कहा कि मिशन का लक्ष्य वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर में क्रियाशील घरेलू जल संयोजन देना और 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन शुद्ध पेयजल आपूर्ति करना है। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं जल संस्थान, जल निगम और स्वजल को इन लक्ष्यों की पूर्ति समय से करने के लिए कमर कसनी होगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि विलेज एक्शन प्लान के तहत जिन स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है, उनका अनुबन्ध समाप्त कर दिया जाय। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि तीनों कार्यदायी संस्थाओं हेतु लक्ष्यों का निर्धारण सुनिश्चित करें और उनकी प्रगति की हर माह समीक्षा की जाय। साथ ही योजनाओं हेतु डीपीआर बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी 880 योजनाओं को चयनित एनजीओ को आवंटित कर दिया जाय, ताकि वे इन योजनाओं हेतु समितियों का गठन करते हुए विलेज एक्शन प्लान बना सकें।
परियोजना प्रबन्धक नरेश कुमार ने बताया कि मिशन अंतर्गत वर्ष 2024 तक जनपद के कुल 2139 राजस्व ग्रामों को क्रियाशील घरेलू जल संयोजन से आच्छादित करने का लक्ष्य है। इसके लिए कुल 880 योजनायें बनेंगी और 1,20,268 जल संयोजन देने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 20,977 गाॅवों को पेयजल संयोजन देने का लक्ष्य है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, डीएफओ केएस रावत, अधिशासी अभियन्ता जल निगम केडी भट्ट, स्वजल के धर्मपाल सिंह कार्की, बलवन्त सिंह नयाल, किशन नेगी के अलावा अन्य विभागोें के अधिकारी उपस्थित थे।
अल्मोड़ा: विलेज एक्शन प्लान में काम शुरू नहीं करने वाले एनजीओ का अनुबंध समाप्त होगा, डीएम ने दिए निर्देश, ‘जल जीवन मिशन‘ की समीक्षा
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