सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जून माह की पहली बारिश में ही यहां नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे भारी मात्रा में सिल्ट बहकर आ रही है और इस सिल्ट ने जल संस्थान की शुद्ध पेयजल वितरण की पोल खोल दी है। गुरुवार को लोगों के घरों में गंदे पानी की सप्लाई होती रही। लोग शुद्ध पानी के लिए तरस गए। जो पानी नलों से घरों तक पहुंच रहा है, वह बिल्कुल भी पीने लायक नहीं है। अब लोगों में विभाग के प्रति रोष पनप रहा है। उन्होंने विभाग से अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की मांग की है।
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गत बुधवार की शाम जिले में जमकर बारिश हुई। इसके बाद सरयू समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया। गुरुवार को जल संस्थान ने लोगों के घरों में पानी सप्लाई की, लेकिन पानी बहुत ही गंदा आ रहा था। इस पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है। लोगों का कहना है कि जल संस्थान ने जो पानी घरों तक पहुंचाया है वह पीने लायक नहीं है। इससे पीलिया, डायरिया के अलावा त्वचा रोग को दावत दे रहा है।
विभाग की जिम्मेदारी है कि वह लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाए। जो पानी घरों में आया है वह किसी गधेरे के पानी से कम नहीं है। लोगों ने विभाग से अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने के साथ ही पिल्टर किया पानी घरों तक पहुंचाने की मांग की है। इधर, जलसंस्थान के प्रभारी ईई सीएस देवड़ी ने बताया कि शहर में कुछ स्थानों में ग्रेविटी का पानी आता है वह थोड़ा गंदा है, जबकि पंपिग योजना का पानी साफ है। बारिश के कारण पंप में भी सिल्ट भर जाता है। इस कारण परेशानी हो रही है।
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