अल्मोड़ा: मानसून काल में आपदाओं से निपटने को विभागों को​ किया सचेत

✍🏻 जिलाधिकारी विनीत तोमर ने संबंधित विभागों की बैठक ली, समीक्षा की ✍🏻 विभागों को दिए अपनी सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश सीएनई रिपोर्टर,…

मानसून काल में आपदाओं से निपटने को विभागों को​ किया सचेत

✍🏻 जिलाधिकारी विनीत तोमर ने संबंधित विभागों की बैठक ली, समीक्षा की
✍🏻 विभागों को दिए अपनी सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आगामी मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत आपदाओं की घटनाओं की रोकथाम, राहत एवं बचाव कार्यों की पूर्व तैयारियों को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी विनीत तोमर ने नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा से जुड़े अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। जिलाधिकारी ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसूनकाल के मद्देनजर प्रत्येक विभाग विभागीय स्तर पर एक नोडल अधिकारी नामित कर सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक तहसील स्तर पर 24×7 घण्टे की तर्ज पर आपदा नियन्त्रण कक्ष स्थापित करते हुए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की मोबाइल नंबर की अद्यतन सूची आपदा विभाग में भेजी जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद के समस्त मोटर मार्गों की सूची उनकी स्थिति तथा वर्षाकाल में उनके लम्बे समय तक अवरूद्ध होने पर वैकल्पिक मार्गों की सूची तैयार करें। जनपद के संवेदनशील मोटर मार्गों को चिन्हिकरण कर सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने लोनिवि, नगर पालिका, नगर पंचायत के अधिकारियो को निर्देश दिये कि सड़क के दोनों तरफ नालियों की सफाई व झाड़ियों को काटन 15 दिन के भीतर कर लिया जाय।

साथ ही कलमठों, नालियों एवं अति संवेदनशील स्थलों को चयन करते हुए उनको खोलने के साथ ही जल निकासी की व्यवस्था समय से पूर्ण कर ली जाय।। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान मोटर मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी, डोजर आदि की उपलब्धता तथा उनकी तैनाती स्थल की सूची के आपदा कार्यालय में उपलब्ध करा दी जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी उपजिलाधिकारी व सड़क निर्माण विभाग के अधिकारी संवदेनशील मोटर मार्गों का संयुक्त निरीक्षण कर चिन्ह्ति स्थलों को आपदा से पूर्व ठीक करा लिया जाय। उन्होंने मानसून काल के दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 24 घंटे की तर्ज पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ ही जल भराव के लिए संवेदनशील तथा प्रदूषित पेयजल वितरण से बचाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून अवधि के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित नहीं होने पाए, इसके लिए तैयारी समय परकर ली जाए। जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल के दौरान अति संवेदनशील विद्यालयों का चिन्हिकरण कर उनकी सूची जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध करायी जाय। जो विद्यालय भावन संवेदनशील हैं, उन विद्यालयों में पठन पाठन के लिए वैकल्पिक स्थानों को भी चयनित कर लें। उन्होंने कहा कि आपदा काल के दौरान 108 एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए। दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून काल में सभी मोबाईल टावरों के संचालन हेतु पर्याप्त मात्रा में डीजल रखने के साथ ही जनरेटर की भी व्यवस्था की जाय। बैठक में पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी खोज बचाव उपकरणों की स्थिति को मानसून से पूर्व आवश्य रूप से चैक कर लिया जाय और साथ ही संचार सेवा के सभी उपकरणों को चालू रखा जाय। जिलाधिकारी ने पूर्ति विभाग को निर्देश दिये कि मानसून काल के दौरान जनपद अन्तर्गत अगले तीन माह का अग्रिम खाद्य राशन का भण्डारण कर वितरण माह मई में ही कर लिया जाय। उन्होंने जनपद में आवश्यक वस्तुओं यथा पेट्रोल, डीजल एवं गैस की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी सी0 एस0 मर्ताेलिया, संयुक्त मजिस्टेट रानीखेत वरूणा अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम घ्रुव सिंह मर्तोलिया, सहित सभी उपजिलाधिकारी सहित सभी जनपद स्तरीय अधिकारी उपसिथत थे।

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