—उपजाऊ भूमि व रिहायशी क्षेत्र के निकट मशीन लगाने का विरोध
—दो टूक चेतावनी—निर्णय वापस नहीं लिया, तो उग्र आंदोलन
सीएनई रिपोर्टर, गरुड़ (बागेश्वर)
नगर पंचायत गरुड़ का ब्लाक मुख्यालय के निकट रेशम विभाग की भूमि में कूड़ा मशीन लगाने का निर्णय आज उसी पर तब भारी पड़ गया, जब इस जमीन के इर्द—गिर्द निवासी काश्तकार इस निर्णय के खिलाफ ब्लाक मुख्यालय पर धमक गए। उन्होंने इस निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए कूड़ा मशीन को अन्यत्र निर्जन स्थान लगाने की मांग की और दो टूक चेतावनी दी कि रेशम विभाग के भूमि में कूड़ा मशीन लगाई, तो उग्र आंदोलन होगा।
विकासखंड मुख्यालय में शुक्रवार को नगर पंचायत के विरुद्ध प्रदर्शन पर उतरे क्षेत्र की महिलाओं व पुरुषों ने कहा कि नगर पंचायत के प्रभारी ईओ ने ब्लॉक मुख्यालय के पास रेशम विभाग की जमीन में कूड़ा मशीन लगाने का निर्णय लिया है। जो कि यहां के अनुसूचित जाति के लोगों व काश्तकारों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि रेशम विभाग की जमीन के आसपास काश्तकारों की उपजाऊ जमीन है। जिसमें वे खेती व पशुओं के लिए चारा उत्पादित कर अपनी गुजर-बसर करते हैं। इसके अलावा पास ही उपजाऊ बयालीसेरा है। प्रसिद्ध चक्रवर्तेश्वर मंदिर है। गड़सेर गांव का रिहायशी इलाका है। ब्लॉक मुख्यालय है। यहां पर कूड़ा मशीन लगने से प्रदूषण फैलेगा और उपजाऊ जमीन बंजर हो जाएगी। जिससे आसपास के लोगों का रहना व जीना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार नगर पंचायत बनाकर उन्हें भूमिहीन करने पर तुली है।
ग्रामीणों ने गोलू मार्केट में पुराने स्थान पर ही मशीन लगाने या किसी अन्यत्र निर्जन स्थान में कूड़ाघर बनाए जाने की मांग की है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि नगर पंचायत के प्रभारी ईओ ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस दौरान मोहनी देवी, देवकी देवी, रीना देवी, पार्वती देवी, नंदी देवी, गोपुली देवी, सज्जन राम, तारा राम, प्रेम राम, मोहन राम, नारायण राम, शंकर राम, राजेंद्र राम, नंदन राम आदि मौजूद थे।