देहरादून। नराकास(का-2) के अध्यक्ष कार्यालय ओएनजीसी ने वेबेक्स मीटिंग की पहल शुरू की है। जिसमें केन्द्र सरकार के 72 कार्यालयों में कार्यरत राजभाषा अधिकारियों ने कार्यालय या अपने घर से ही बैठक में भाग लिया । इस बैठक हेतु अध्यक्ष कार्यालय द्वारा समुचित समय और लिंक की सूचना समस्त अधिकारियों को मेल/एसएमएस द्वारा पहले ही दे दी गई थी। राजभाषा विभाग,गृह मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय के उप निदेशक (कार्यान्वयन) अजय मलिक की अध्यक्षता में लगभग दो घंटे चली इस विडियो बैठक की शुरुआत पूर्वाह्न 11.30 बजे हुई ।
इस बैठक में देहरादून स्थित केन्द्र सरकार के विभिन्न कार्यालयों के राजभाषा अधिकारियों या उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। रामराज द्विवेदी, महाप्रबंधक (मासं)-प्रधान राजभाषा एवं सदस्य सचिव नराकास(का-2) देहरादून ने स्वागत सम्बोधन से समस्त प्रतिभागियों का स्वागत और सम्पूर्ण बैठक का संचालन किया । बैठक में क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, गाजियाबाद के उप निदेशक(कार्यान्वयन) अजय मलिक ने कहा कि महामारी जन्य मौजूदा स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए नए विकल्प तलाशने की जरूरत होगी और यह ऑनलाइन बैठक उन्हीं विकल्पों की संकल्पना का प्रतीक है ।
उन्होंने कहा कि इस वैश्विक विघटन के दौर में चुनौतियाँ काफी कठिन होंगी और हम सबको साथ मिलकर इनका सामना करना होगा । राजभाषा के कामकाज को पुनः पटरी पर लाने के लिए सबको भरसक प्रयत्न करने होंगे । सरकारी आदेशों-अनुदेशों का पालन करते हुए काम को आगे बढ़ाते रहना होगा, जिसके लिए इस तरह के नवोन्मेषी उपाय करने ही होंगे । नराकास(का-2) के सदस्य सचिव राम राज द्विवेदी ने विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों से परस्पर संवाद स्थापित करते हुए राजभाषा के क्षेत्र में कामकाज को आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की । साथ ही, उन्होंने उपस्थित राजभाषा प्रभारियों के साथ तिमाही प्रगति रिपोर्ट, छमाही रिपोर्ट, नराकास गृह पत्रिका ‘देवश्लोक’, राजभाषा शील्ड आदि विषयों पर विचार-विमर्श किया ।
उन्होंने अपने सम्बोधन में यह भी आग्रह किया कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए लीक से हटकर कार्य करने होंगे, जिसमें आपसी सहयोग और विचारों का आदान-प्रदान काफी कारगर सिद्ध होगा । उन्होंने सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए प्रश्नों का निराकरण भी किया।
बैठक में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, क्षेत्रीय मुख्यालय भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, उत्तरी फ्रंटियर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस, ओएनजीसी अकादमी, केडीएमआईपीई, केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नेशनल इंश्योरेंस कं. लि., भारतीय जीवन बीमा निगम, केन्द्रीय विद्यालय अपर कैंप, केन्द्रीय विद्यालय ओएनएजीसी, भारतीय मानक ब्यूरो, आईआईपी, एयरपोर्ट ऑथारिटी, केन्द्रीय विद्यालय आईआईपी, केन्टोंमेंट बोर्ड चकराता, हुडको, ओएनजीसी जियोपिक, दूरदर्शन केन्द्र, भारतीय सहकारी विकास संस्थान, हस्तशिल्प , एचपीसीएल, केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर, फ्रंटियर बेसिन ओएनजीसी, भारतीय खाद्य निगम, कर्मचारी भविष्य निधि, भारतीय पेट्रोलियम, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, हिमालयी गंगा मंडल, केन्द्रीय जल आयोग,पासपोर्ट ऑफिस, नेशनल इंश्योरेंस, युनाइटेड इंश्योरेंस कं.लि., भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण, केन्द्रीय अकादमी राज्य वन सेवा, राष्ट्रीय इस्पात नि. लि. आदि कार्यालयों के राजभाषा अधिकारियों/प्रभारी राजभाषा ने भाग लिया।