अल्मोड़ा। यहां रानीधारा में धार की तूनी को जोड़ने वाले क्षतिग्रस्त मार्ग किसी सम्भावित दुर्घटना को दावत देता प्रतीत हो रहा है, वहीं संबंधित विभाग इस खतरे के प्रति अंजान बना चैन की नींद सो रहा है।
इस गंभीर समस्या की ओर वार्ड के सभासद अमित साह ने प्रशासन व विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि वह जल संस्थान के संबंधित अधिकारियों से लगातार मार्ग को दुरूस्त करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन डेढ़ माह से यह काम अधर में लटका हुआ है। उन्होंने बताया कि गत 31 मार्च की शाम रानीधारा स्थित सांई मंदिर से धार की तूनी को जाने वाले मार्ग में स्थित जल संस्थान की पाइप लाइन रिसाव के कारण टूट गई, जिससे यह मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होने बताया कि तब से वह विभाग के अधिशासी अभियंता को लगातार फोन कर रहे हैं, लेकिन उनके द्वारा कोई भी कार्रवाई नही की गई है। सभासद अमित साह ‘मोनू’ ने कहा कि यदि वहां कोई भी दुर्घटना होती है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी विभाग की मानी जायेगी। चूंकि यहां से निकलने वाले वाहनों के लिए यह क्षतिग्रस्त मार्ग लगातार खतरा बना हुआ है। इस क्षतिग्रस्त मार्ग में कभी भी कोई जनहानि हो सकती है।
अल्मोड़ा : जरा सोचिए, यहां कोई हादसा हुआ तो जिम्मेदार कौन ? डेढ़ माह में दुरूस्त नही हुआ क्षतिग्रस्त मार्ग, पढ़िये पूरी ख़बर..
अल्मोड़ा। यहां रानीधारा में धार की तूनी को जोड़ने वाले क्षतिग्रस्त मार्ग किसी सम्भावित दुर्घटना को दावत देता प्रतीत हो रहा है, वहीं संबंधित विभाग…