₹10.23 करोड़ की परियोजना से अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ की यात्रा होगी सुगम
सीएनई रिपोर्टर। अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) पर अक्सर यातायात बाधित होने वाले सबसे खतरनाक क्षेत्र क्ववारब (Kwarab) के पास अब जल्द ही यात्रियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। बहुप्रतीक्षित क्वॉरब-चौसली लिंक मार्ग (Kwarab-Chaunsli Link Road) का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है, जिसका उद्देश्य यातायात को निर्बाध और सुचारू बनाना है।

आज, राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी, सहायक अभियंता प्रदीप जोशी, और एनएच के सहायक अभियंता कुंदन बिष्ट सहित वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने निर्माण स्थल का गहन निरीक्षण किया और कार्य की प्रगति का जायजा लिया। अधिकारियों ने कार्य को निर्धारित मानकों और गति के साथ पूरा करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वैकल्पिक मार्ग की उपयोगिता और लागत
एनएच रानीखेत के अधिशासी अभियंता अशोक चौधरी ने जानकारी दी कि इस महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग के निर्माण के लिए 10 करोड़ 23 लाख रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) लोक निर्माण विभाग (PWD) प्रांतीय खंड अल्मोड़ा द्वारा तैयार की गई थी। मंत्री द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि से इस लिंक मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। श्री चौधरी ने बताया कि यातायात को सुचारु बनाए रखने में यह मार्ग बेहद उपयोगी साबित होगा, विशेषकर तब जब क्वारब डेंजर जोन में भूस्खलन के कारण मुख्य मार्ग बाधित होता है।

‘ऑल वेदर’ मानकों पर होगा निर्माण
ए श्रेणी के कांट्रेक्टर मनोज पाठक ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन (NH Administration) और प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग की ओर से यह कार्य पूरी गति के साथ जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी दो से तीन महीनों के भीतर यह वैकल्पिक मार्ग हल्के यातायात के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
श्री पाठक ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मार्ग का निर्माण ऑल वेदर (All-Weather) के मानकों के अनुरूप किया जा रहा है ताकि यह पूरी तरह से मजबूत और टिकाऊ बन सके। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में अभी दो वैली ब्रिज (Valley Bridges) का निर्माण कार्य शेष है।
पहाड़ के तीन जिलों को मिलेगा सीधा लाभ
यह लिंक मार्ग बन जाने से अल्मोड़ा, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ जैसे सीमांत जिलों की ओर यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों और स्थानीय निवासियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। यह क्वारब डेंजर जोन को बायपास करने का एक मजबूत विकल्प देगा।
श्री पाठक ने बताया कि यह संपूर्ण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य अभियंता मुकेश परमार के नेतृत्व में चल रहा है। देहरादून से लेकर निर्माण स्थल तक, चीफ एवं सहायक अभियंता लगातार कार्य की निगरानी और दिशा-निर्देशन कर रहे हैं। सहायक अभियंता प्रदीप जोशी और एनएच के सहायक अभियंता कुंदन बिष्ट इस कार्य को गति देने में सक्रिय रूप से जुटे हैं।
अधिकारियों का अनुमान है कि आने वाले तीन महीनों में यह क्वॉरब-चौंसली लिंक मार्ग और मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग दोनों ही निर्बाध रूप से चलेंगे, जिससे आम जन मानस को आवागमन में अभूतपूर्व सुविधा मिलेगी।
