👉 सांसदों के निलंबन का विरोध, निलंबन वापस लेने की मांग
👉 सांसदों को निलंबित करने की कार्रवाई अलोकतांत्रिक: भोज
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिला कांग्रेस कमेटी अल्मोड़ा के बैनर तले आज यहां कांग्रेसजनों ने गांधी पार्क में धरना—प्रदर्शन किया। उन्होंने लोकसभा व राज्यसभा के कई सांसदों के निलंबन का जमकर विरोध किया। वक्ताओं ने कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक मामले में जवाब मांग रहे विपक्षी दलों के सांसदों का निलंबन कर दिया गया है, जो अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर विश्वास रखने वाला कोई भी दल इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं कर सकता।
धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज ने कहा की लोकसभा एवं राज्यसभा में संसद की सुरक्षा में चूक मसले पर जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जवाब मांगा गया, तो विपक्षी दलों के 143 सांसदों की अलोकतांत्रिक तरीके से निलम्बित करने की कार्रवाई कर दी गई। उन्होंने इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की। श्री भोज ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्य सभा उपसभापति ने लोकतंत्र के सभी मानकों एवं मापदण्डों पर कुठाराघात करते हुए अलोकतांत्रिकता का घिनौना चेहरा उजागर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत अन्य सभी विपक्षी दलों के 143 सांसद, जो देश की जनता के हितों की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे और सरकार से स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे, तो उन्हें निलम्बित कर दिया गया। यह भाजपा के फासीवादी एवं तानाशाही चरित्र का द्योतक ही नहीं अपितु स्वस्थ लोकतंत्र के भविष्य के लिए उचित नहीं है, जिसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी दल सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा विशेषकर गृहमंत्री अमित शाह को कांग्रेस पार्टी एवं विपक्षी दल के निलम्बित सांसदों से माफी मांगनी चाहिए तथा सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी लेते हुए सांसदों का निलम्बन वापस लेना चाहिए।
धरना—प्रदर्शन कार्यक्रम में निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, पूर्व जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडे, विनोद वैष्णव, शाहबुदीन, हेम तिवारी, धीरज गैलाकोटी, अवनी अवस्थी, एमएस राजपूत, एमके जोशी, सुनील कर्नाटक, रमेश नेगी, ललित सतवाल, रोहित रौतेला, पूर्व दर्जा मंत्री पूरन रौतेला, अरविंद रौतेला, मोहन देवली, यूथ जिलाध्यक्ष दीपक कुमार, हर्ष कनवाल, महिला नगर अध्यक्ष दीपा साह, विपुल कार्की, विक्रम बिष्ट, नारायण दत्त पांडे, आशा थापा, तारु तिवारी, संजीव कर्मियाल, हरेंद्र रावत, दानिश खान, नवल बिष्ट आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।