बागेश्वर: जिलाधिकारी के दरबार पहुंचे फरियादी, 28 शिकायतें दर्ज

✍️ सड़क, बिजली, पानी व जंगली जानवरों से क्षति के थे ज्यादा मामले ✍️ जनता दरबार में गैरहाजिर अधिकारियों को वेतन रोकें: अनुराधा सीएनई रिपोर्टर,…

जिलाधिकारी के दरबार पहुंचे फरियादी, 28 शिकायतें दर्ज
















✍️ सड़क, बिजली, पानी व जंगली जानवरों से क्षति के थे ज्यादा मामले
✍️ जनता दरबार में गैरहाजिर अधिकारियों को वेतन रोकें: अनुराधा

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल जनता दरबार कार्यक्रम सोमवार को जिलाधिकारी अनुराधा पाल के अध्यक्षता में तहसील सभागार में आयोजित हुआ। दूर-दराज से आए फरियादियों द्वारा आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क, आवास, बिजली, पेयजल लाइनों, प्रतिकर, जंगली जानवरों से बचाव आदि मामलों को लेकर अनेक समस्याओं के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया। जनता दरबार में कुल 28 शिकायतें एवं समस्याएं दर्ज हुई। नगर पालिका की भी शिकायत डीएम से की।

जिलाधिकारी ने फरियादियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के निर्माण कार्य शीघ्र करा लिए जाएंगे। नगर निकाय क्षेत्रों के पैदल मार्गों और अंधेरे वाले स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था के निर्देश ईओ नगर पालिका को दिए गए। फरियादियों द्वारा जनता दरबार में सड़क मार्ग और दीवारों को लेकर उठाई गई समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई और पीडब्ल्यूडी विभाग को दो दिन के भीतर सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। पीएमजीएसवाई बागेश्वर के अधिशासी अभियंता जनता दरबार में उपस्थित नही होने पर डीएम ने वेतन रोकने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में मानसून सक्रिय है। अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर सभी अवकाश रदद् किए गए हैं, लिहाजा कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नही छोड़ेंगे।

जनता दरबार में रामप्रसाद, रमेश गिरी, अर्जुन सिंह, पूरन तिवारी, दीपचंद जोशी, हरीश नेगी द्वारा अपने अपने गांव की क्षतिग्रस्त सड़क मार्गों को लेकर समस्या रखी। विशन सिंह लुमियाल ने पुड़कुनी गांव में पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने का मामला उठाया। पेयजल आपूर्ति की मांग की गई। मोहन सिंह रावत द्वारा मुआवजा नही मिलने को लेकर शिकायत की। जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन और जन समर्पण पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की भी समीक्षा की। एक माह से ऊपर लंबित शिकायतों को जिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर निस्तारण करने के निर्देश दिए।

सर्वाधिक शिकायत वन विकास निगम की 12, जल संस्थान की नौ, विद्युत की नौ पीएमजीएसवाई की सात, पीडब्ल्यूडी की पांच शिकायतें शामिल है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, उपजिलाधिकारी मोनिका, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार बर्मन, सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, कृषि अधिकारी राजेंद्र उप्रेती, ईई सिंचाई केके जोशी, पीएमजीएसवाई अंबरीश रावत, विद्युत मो. अफजाल आदि मौजूद रहे।

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