शिमला। शिमला के ढली मंडी में कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री को आज अजीबो गरीब स्थिति का सामना करना पड़ गया। अचानक एक बजुर्ग महिला रोती बिलखती हुई उनके सामने पहुंच गई और नगर निगम शिमला पर मकान को तोड़ कर उसे बेघर करने का आरोप लगाने लगी। पुलिस ने महिला को मुख्यमंत्री के पास जाने से भी रोका, लेकिन महिला नहीं मानी और अंतत: वह सीएम के पास पहुंच ही गई। महिला ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें मकान बनाकर देने की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने महिला को उन्हें हर सम्भव सहायता करने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद बाद सुरक्षा कर्मियों ने महिला को स्टेज से बाहर हाथ पकड़कर निकाला, महिला का नाम राजो देवी है और संजोली के ढिंगु धार में रहती है।
महिला का कहना है कि वे ढिंगुघार में कई वर्षों से रहती थी लेकिन नगर निगम ने उनका मकान तोड़ दिया है और अब उन्हें रहने के लिए जो मकान नगर निगम ने बनाया है वो रहने लायक नहीं है। इसको लेकर कई बार नगर निगम के अधिकारियों के पास गई लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई और आज मुख्यमंत्री को इसकी शिकायत की है और मकान दिलवाने की गुहार लगाई है।
वही नगर निगम ने महिला के आरोपो को सिरे से नकार दिया महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि महिला ने अवैध कब्जा कर दो ढारे बनाए थे और यहां पर अमृत मिशन के तहत पार्किंग बनाई जा रही है जिसकी वजह से ढारें तोड़े गए है और इस महिला को पक्का मकान भी बना के दिया है, लेकिन ये महिला तीन कमरों का मकान बना कर देने की मांग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये महिला ढारे में नशे का कारोबार करती है और मुख्यमंत्री के पास जा कर ड्रामा कर रही थी।