बड़ी ख़बर : सीएम कार्यालय ने सीडीओ से मांगी जांच आख्या, यह है पूरा मामला….

खंड विकास अधिकारी लमगड़ा पर उदासीनता बरतने के आरोप सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा लमगड़ा के जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा अपने काम में…

फायर वाचरों का बीमा

  • खंड विकास अधिकारी लमगड़ा पर उदासीनता बरतने के आरोप

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

लमगड़ा के जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर ग्राम विकास अधिकारियों द्वारा अपने काम में कथित रूप से उदासीनता बरतने एवं खंड विकास अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नही करने के मामले का सीएम कार्यालय ने संज्ञान लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी अल्मोड़ा से की गई शिकायत की जांच करते हुए सुस्पष्ट आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश ​जारी कर दिये हैं।

उल्लेखनीय है कि गत 29 मई को ज्येष्ठ प्रमुख लमगड़ा दीवान सिंह बोरा ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में विकासखंड लमगड़ा में विकासखंड अधिकारी सहित अन्य फील्ड कर्मचारियों पर नकारात्मक व उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। जिसमें कहा गया था कि विकासखंड अधिकारी लमगड़ा का फील्ड कर्मचारियों पर कोई नियंत्रण नही है। जिससे आम जनता के कार्य तथा ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य सुचारू रूप से नही हो पा रहे हैं। ग्राम विकास अधिकारियों की मनमानी के चलते कई परिवारों के राशन कार्ड आनलाइन नही होने से पिछले तीन माह से उन्हें राशन नही मिल पाया है। पत्र में आरोप लगाया गया था कि कई बार प्रधानों द्वारा लिखित रूप में विकासखंड अधिकारियों को पत्र भी दिया गया, लेकिन इसका कोई असर नही हुआ।

पत्र में कहा गया था कि विकासखंड में 103 ग्राम पंचायतें हैं। ब्लॉक मुख्यालय से ग्रामों की दूरी 1 से 60 किमी है। सभी ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के क्वाटर मुख्यालय के करीब लमगड़ा बाजार में हैं। उन्होंने अपने निवास पर ही ग्राम पंचायतों को आफिस बना रखा है। आम जनता को यहां 100 स 200 रूपये में टैक्सी से आना पड़ता है। कुछ कर्मचारी बिना छुट्टी के घर पर रहते हैं और फोन बंद कर देते हैं। जनता अपने छोटे—छोटे कार्यों के लिए इनके क्वाटरों के चक्कर काटने को मजबूर रहती है। ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख बार—बार खंड विकास अधिकारी लमगड़ा से फील्ड कर्मचारियों के रोस्टर उपलब्ध कराने एवं कार्यालय आबंटित क्षेत्र में करने की बात कह चुके हैं, लेनिक उनकी मांग की अनसुनी की जा रही है। अधिकांश कर्मचारी प्रधानों की नही मानते हैं। ग्रामों में सौर उर्जा, यात्री शेड आदि यह लोग कंपनियों के माध्यम से स्वयं खरीदते हैं और ग्राम प्रधानों को किस स्थान पर लगवाने हैं उतना ही बताते हैं, जबकि यह कार्य प्रधानों का होना चाहिए। अधिकांश महिला प्रधान अपने अधिकारों का ज्ञान नही रखने के कारण इनकी बातों में आ जाते हैं। उन्होंने इस तरह की अनियमितताओं पर तत्काल खंड विकास अधिकारी लमगड़ा, अल्मोड़ा के तबादले की मांग की। इस पत्र में क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षर हैं।

सीएम कार्यालय ने लिया संज्ञान

भेजे गये प्रत्यावेदन का संज्ञान सीएम कार्यालय ने लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी, अल्मोड़ा को आदेश जारी कर दिया है। जिसमें संयुक्त सचिव सुनील सिंह ने कहा है कि ज्येष्ठ प्रमुख लमगड़ा दीवान सिंह बोरा के गत 29 मई, 2021 को भेजे गये पत्र का संज्ञान लेते हुए उक्त प्रकरण की सुस्पष्ट आख्या उन्हें उपलब्ध करायें। इधर इस मामले में ज्येष्ठ प्रमुख लमगड़ा दीवान सिंह बोरा ने कहा कि सीएम कार्यालय से मंगाई गई जांच आख्या संबंधी पत्र विभाग में दबा दिया गया था, जो उन्हें गत दिवस ही उपलब्ध हो पाया। उन्होंने कहा कि संयुक्त सचिव के आदेश के बावजूद आज की तारीख तक जांच रिपोर्ट नही भेजी गई है, जबकि यह आदेश गत 14 जुलाई, 2021 को जारी हो गया था।


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