नई दिल्ली| केंद्र सरकार ने कोविड, इंफ्लुएंजा और श्वसन संबंधी गंभीर रोगों पर कड़ी नजर रखने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा है कि कोविड और इंफ्लुएंजा के लक्षण समान हैं और प्रारंभिक निदान भी समान है।
कोविड और इंफ्लुएंजा के मामलों पर नजर रखें सभी राज्य
मंत्रालय ने कहा है कि कोविड बचाव के मानकों के पालन के संबंध में आम जनता को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी करते हुए हुए कहा कि मौसम के बदलाव के साथ कोविड-19 तथा इंफ्लुएंजा के भी लक्षण मरीजों में देखे गए हैं। कोविड और इंफ्लुएंजा से बचाव के लिए भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए और हवादार स्थानों पर रहना चाहिए। बार बार हाथ धोने चाहिए और खांसते एवं छींकते समय रुमाल का प्रयोग करना चाहिए। साथ ही मास्क का पूरी तरह से प्रयोग करने की भी बात कही है।
मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड संक्रमण के 1590 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही कुल संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 8601 हो गई है। कोविड संक्रमण की दर 1.33 प्रतिशत दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजीव बहल एवं राजेश भूषण ने संयुक्त रूप से एडवाइजरी करते हुए कहां की फरवरी माह से लेकर मार्च माह के बीच कोरोना के संक्रमण में अचानक वृद्धि हुई है जिसके तहत केरला में 26. 4 %, महाराष्ट्र में 21.7 % .गुजरात में 13 .9% के साथ कर्नाटक में 8.7 %, तमिलनाडु में 6. 3 प्रतिशत कोरोना संक्रमण के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है जबकि कुछ क्षेत्रों में इस संक्रमण से मौतों का भी ग्राफ सामने आया है।
10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल
केंद्र सरकार कोरोना वायरस को लेकर 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रीय स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन करेगी। मॉक ड्रिल में आईसीयू बेड, मेडिकल इक्विपमेंट्स, ऑक्सीजन और मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के साथ 27 मार्च को शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक बुलाई है। इसी बैठक में मॉक ड्रिल से संबंधित सारी जानकारी साझा की जाएगी। नीचे देखें एडवाइजरी…
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