Motivational, लव यू जिंदगी : LIVE आत्महत्या कर रहा था, बदल गई सोच

✒️ मात्र 13 मिनट में लोकेशन ट्रेस कर पहुंच गयी पुलिस ✒️ 06 घंटे की काउंसलिंग के बाद मान गया युवक Motivational : हारिये न…

महिला एसएचओ अनीता चौहान व युवक अभय शुक्ला

✒️ मात्र 13 मिनट में लोकेशन ट्रेस कर पहुंच गयी पुलिस

✒️ 06 घंटे की काउंसलिंग के बाद मान गया युवक

Motivational : हारिये न हिम्मत/Never Give up : व्यापार में घाटा होने से आहत एक युवक जिंदगी जीने की हिम्मत ही खो बैठा। संयोग से उसने आत्महत्या का जो तरीका चुना वही उसी जान बचाने का माध्यम भी बन गया। लड़का अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में दुनिया के सामने लाइव आया और उसने सार्वजनिक रूप से ऑनलाइन आत्महत्या की तैयारी शुरू कर दी। बकायदा पंखे पर फंदा टांग लिया और सुसाइड की लाइव वीडियो वायरल करने के लिए लैपटॉप से अपनी ही मौत की वीडियो ऑनलाइन इंस्टाग्राम में दिखाने की तैयारी कर ली। इस बीच अमेरिका (America) के कैलिफोर्निया (California) में Facebook and Instagram’s parent company Meta Headquarters में जैसे ही यह वीडियो दिखाई दिया कंपनी सतर्क हो गई। जिसके बाद कंपनी ने तत्काल भारत के उत्तर प्रदेश में पुलिस को एक अलर्ट कैलिफोर्निया से भेज दिया। जिसके बाद मोबाइल लोकेशन पता कर पुलिस ने युवक की जान बचा ली।

विस्तार से जानिये पूरी कहानी –

Successful rescue of boy going to commit suicide live

गाजियाबाद में गत दिवस मंगलवार को एक 23 साल का अभय शुक्ला नाम का युवक instagram live में आया। जिसके बाद उसने सबके सामने आत्महत्या करने की बात कही। बकायदा वह सुसाइड की तैयारियां करने लग गया। इस बीच अमेरिका के कैलिफोर्निया में फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी के मेटा हेडक्वार्टर में कार्मिकों का ध्यान इस ओर चला गया। जिसके बाद तत्काल कंपनी ने लड़के के यूजर नंबर से यह पता कर लिया कि यह वीडियो भारत के उत्तर प्रदेश राज्य से लाइव हो रहा है। जिसके बाद तत्काल कंपनी की ओर से यूपी पुलिस को अलर्ट भेज दिया गया। यह LIVE सुसाइड की तैयारी रात 10 बजे चल रही थी। लड़के ने ठीक 9 बजकर 57 मिनट पर फांसी का फंदा बनाना शुरू कर दिया था।

मैसेज मिलते ही अलर्ट मोड में आई पुलिस

जैसे ही इंस्टाग्राम-फेसबुक के हेडक्वार्टर की ओर से यूपी पुलिस को मैसेज आया, पुलिस हरकत में आ गयी। अमेरिका से आए इस ईमेल अलर्ट में इस अभय नाम के लड़के का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी था। पुलिस ने नंबर पर कई कॉल करी, लेकिन फोन नहीं उठा। जिसके बाद नंबर को सर्विलांस पर लिया गया। तब पता चला कि इस युवक की लोकेशन गाजियाबाद की है।

पुलिस के एसएम सेंटर ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को भेजा अलर्ट

पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर ने यह अलर्ट मैसेज फिर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को अग्रसारित कर दिया। यह मैसेज फिर विजयनगर थाना पुलिस को फॉरवड हुआ। मैसेज मिलने के बाद युवक तक पुलिस पहुंचने की प्रक्रिया फिर शुरू हो गई।

SHO विजयनगर थाना अनीता चौहान ने बताई यह कहानी

अनीता चौहान ने बताया कि अभय नामक इस युवक के मोबाइल पर कई बार फोन किए, लेकिन पूरे 07 बार इसने कॉल काट दी। बड़ी मुश्किल से कॉल रिसीव हुई। जिसके बाद पुलिस का काम आसान हो गया। लड़का कॉल पर था अतएव पुलिस के लिए इसकी लोकेशन ट्रेस करना आसान हो गया। एसएचओ चौहान ने बताया कि उसने लड़के को बेटा कहकर संबोधित किया और एक अभिभावक की तरह उसे फोन पर ही समझाती रही। लड़का बहुत रो रहा था और कुछ मानने को तैयार ही नहीं था। जहां वह लड़के से बात कर रही थी वहीं पुलिस उसके घर के पास तो पहुंच गयी, लेकन सही लोकेशन अब भी ट्रेस नहीं कर पा रही थी। इस बीच एसएचओ ने उसे बातों में उलझाते हुए उसका मकान नंबर पूछ लिया। जैसे ही लड़के ने मकान नंबर बताया एरिया में उसे तलाश कर रही पुलिस उसके दरवाजे तक पहुंच गयी। जैसे ही लड़के ने दरवाजा खोला पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेरते हुए अपने वाहन में बैठा लिया। थाने में उसकी करीब 06 घंटे काउंसिलिंग चली। जिसके बाद लड़के ने आत्महत्या का विचार त्याग दिया।

तो इसलिए आत्महत्या करना चाहता था अभय शुक्ला

अभय ने पुलिस को बताया कि वह कन्नौज का मूल निवासी है। वर्तमान में गाजियाबाद के Vijayanagar S Block
में निवासरत है। अभय शुक्ला ने बताया कि वह गुरुग्राम की Cashify Company में नौकरी करता था। यह कंपनी पुराने मोबाइलों की खरीद-फरोख्त का काम करती है। वह डीलरों से पुराने फोन लेकर कंपनी को देता था। कंपनी फोन ठीक करके मार्केट में अच्छे रेट पर बेचा करती थी। अभय को प्रति मोबाइल 20 प्रतिशत कमीशन कंपनी देती थी। इस बीच अभय ने सोचा कि जब वह यह काम खुद कर सकता है तो कंपनी के महज 20 टका कमीश्न के लिए काम क्यों करे। अतएव उसने कंपनी की जॉब छोड़ खुद का काम शुरू कर दिया। लेकिन यहां उसे फायदे की जगह नुकसान होने लगा। इस बीच उसने अपनी मां से 90 हजार कर्ज भी लिया। यह रकम उसकी बहन की शादी के लिए थी। यह पैसा भी खर्च हो गया, लेकिन वह नुकसान ने नहीं उभर पाया। बहन की शादी की रकम खर्च हो जाने से वह बहुत दुखी था। इसलिए उसने आत्महत्या की सोच ली थी।

पुलिस की काउंसलिंग का दिखा असर

पुलिस के अधिकारियों की काउंसलिंग ने अभय के नकारात्मक विचारों को सकारात्मक बना लिया है। वह अब सकारात्मक दृष्टि (Positive Thoughts) से सोचने-समझने लगा है। पुलिस ने उसे समझाया था कि यदि वह जिंदा ही न रहा तो उसकी बहन की शादी कैसे होगी, मां का क्या होगा। क्या वह चाहता है कि वह इस दुनिया से चला जाये और उसकी मां और बहन जिंदा लाश बनकर रहने लगें। इन बातों का अभय पर अच्छा असर हुआ। उसने ठान लिया है कि वह जिंदा रहेगा और अपनी मां और बहन के लिए फिर पैसा कमायेगा। अपनी बहन की शादी करवायेगा। चाहे हालात कितने मुश्किल हों कभी आत्महत्या के बारे में नहीं सोचेगा।

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