तेजपाल नेगी
हल्द्वानी। कोरोना महामारी में लड़ने के लिए भाजपा विधायकों ने अपनी मुट्ठी भींच कर ही रखी। जबकि कांग्रेसी विधायकों ने अपना मूल वेतन, निवार्चन क्षेत्र और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत देने में कोई कंजूसी नहीं की। कुछ ऐसा विधायक भी एक विधायक तो ऐसे भी है जिन्होंने पहले तो अपना मूल वेतन, निवार्चन क्षेत्र और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत दिया लेकिन बाद में अपने मूल वेतन या मूल वेतन का 30 प्रतिशत देने की इच्छा भी जताई। केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने आरटीआई के माध्यम से प्रदेश के साठ विधायकों द्वारा कोरोना से जंग को दी जा रही मदद की जानकारी मांग कर यह खुलासा किया है।
इस सूची में 24 विधायक ऐसे हैं जो अपना मूल वेतन, निवार्चन क्षेत्र और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत दे रहे हैं। जबकि चार विधायक ऐसे हैं जो अपना मूल वेतन और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत दे रहे हैं। सिर्फ अपना मूल वेतन देने वाले 18 विधायक हैं। जबकि 14 विधायक ऐसे हैं जो अपने मूल वेतन का 30 प्रतिशत ही कोरोना से जंग लड़ने के लिए सरकार को अपना व्यक्तिगत आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। हल्द्वानी की विधायक और सदन में नेता प्रतिपक्ष इस मामले में सबसे आगे हैं। वे मूल वेतन, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत यानी प्रतिमाह 75600 रुपये दान कर रही हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और कालाढूंगी के विधायक बंशीधर भगत मूल वेतन का 30 प्रतिशत यानी नौ हजार रुपये इस कोष में जमा करा रहे हैं। भाजपा के कई अन्य कद्दावर विधायक भी अपने प्रदेश अध्यक्ष के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।
मूल वेतन, निवार्चन क्षेत्र और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत देने वाले विधायक
इंदिरा हृदयेश/कांग्रेेस—75600रुपये, प्रीतम सिंह/कांग्रेस —57600रुपये, गणेश जोशी/भाजपा—57600रुपये, कुंवर प्रणब चैपिंयन/ भाजपा—57600रुपये, करन माहरा/ कांग्रेस—57600, गोविंद सिंह कुंजवाल/कांग्रेस—57600, हरवंश कपूर/भाजपा—57600, बलवंत सिंह भौर्याल/भाजपा—57600, सहदेव सिंह पुंडीर/ भाजपा—57600,उमेश शर्मा काउ/भाजपा—57600, आदेश चौहान/भाजपा—57600, फुरकान अहमद/कांग्रेस—57600, हरीश धामी/कांग्रेस—57600, पुष्कर सिंह धामी/भाजपा—57600, काजी मोहम्मद निजामुद्दीन/कांग्रेस—57600, ममता राकेश/कांग्रेस—57600, मनोज रावत/कांग्रेस—57600, सौरभ बहुगुणा/भाजपा—57600, महेश सिंह नेगी/भाजपा—57600, सुरेश राठौर/भाजपा—57600, धनसिंह नेगी/भाजपा—57600, महेंद्र भट्ट/भाजपा—57600, आदेश सिंह चौहान/कांग्रेस—57600
मूल वेतन और सचिवीय भत्ते का 30 प्रतिशत देने वाले विधायक
संजय गुप्ता/भाजपा—12600रुपये,यतीश्वरानंद/भाजपा—12600रुपये,संजीव आर्या/भाजपा—12600रुपये, देशराज कर्णवाल/भाजपा—12600रुपये
मूल वेतन देने वाले विधायक
सुरेंद्र सिंह जीना/भाजपा—30000रुपये, हरभजन सिंह चीमा/भाजपा—30000रुपये, बिशन सिंह चुफाल/भाजपा—30000रुपये, चंदनराम दास/भाजपा—30000रुपये, खजानदास/भाजपा—30000रुपये, प्रदीप बत्रा/भाजपा—30000रुपये, प्रेम सिंह/भाजपा—30000रुपये, गोपाल सिंह रावत/भाजपा—30000रुपये, विजय सिंह पंवार/भाजपा—30000रुपये, मीना गंगोला/भाजपा—30000रुपये,ऋतु खंडूड़ी/भाजपा—30000रुपये, चंद्रापंत/भाजपा—30000रुपये, मुकेश सिंह कोली/भाजपा—30000रुपये, विनोद कंडारी/भाजपा—30000रुपये, विनोद चमोली/भाजपा —30000रुपये, मुन्ना सिंह चौहान/भाजपा—30000रुपये, सुरेंद्र सिंह नेगी/भाजपा—30000रुपये,
मूल वेतन का 30 प्रतिशत देने वाले विधायक
बंशीधर भगत/भाजपा—9000रुपये, दीवान सिंह बिष्ट/भाजपा—9000रुपये, नीवन दुम्का/ भाजपा—9000रुपये, प्रीतम सिंह पंवार/निर्दलीय—9000,दिलीप सिंह रावत/भाजपा—9000रुपये, पूरण सिंह फर्त्याल/भाजपा—9000रुपये, राजकुमार ठुकराल/भाजपा—9000रुपये, राजेश शुक्ला/भाजपा—9000रुपये, मुन्नीदेवी/भाजपा—9000रुपये, शक्तिलाल शाह/भाजपा—9000रुपये, भरत सिंह चौधरी/भाजपा—9000रुपये, कैलाश चंद गहतोड़ी/भाजपा—9000रुपये, राम सिंह कैड़ा/निर्दलीय—9000रुपये, जार्ज आइवन गैरीमेन/विशेष आमंत्रित सदस्य—9000रुपये, केदार सिंह रावत/भाजपा—9000रुपये
राजकुमार/भाजपा—इनका अप्रेल माह में कोई वेतन नहीं कटा, मई माह में 57600 रुपये कटा लेकिन जून माह से इनकी इच्छानुसार मूल वेतन का 30 प्रतिशत यानी 9000रुपये कटवाना शुरू कर दिया।
कांग्रेस के करन माहरा, गोविंद कुंजवाल और भाजपा के मुन्ना सिंह चौहान ने तीस हजाार रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए थे। बाद में उन्होंने इस राशि को अपने वेतन में समायोजित करवा लिया। मुख्यमंत्री व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों का विवरण इस सूची में नहीं दिया गया है।