राइंका ढोकाने में धूमधाम से मनाई गई उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज ढोकाने के सभागार में उत्तराखंड के गांधी नाम से विख्यात इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती…

राइंका ढोकाने में धूमधाम से मनाई गई उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। पीएम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज ढोकाने के सभागार में उत्तराखंड के गांधी नाम से विख्यात इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती ‘उत्तराखंड संस्कृति दिवस’ के रूप में मनायी गई।

राइंका ढोकाने में धूमधाम से मनाई गई उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती
राइंका ढोकाने में धूमधाम से मनाई गई उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडौनी की 100वीं जयंती

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहन प्रसाद ने एस.एम.सी. अध्यक्ष तरुण कांडपाल के द्वारा विद्यार्थियों को नि:शुल्क गणवेश का वितरण किया। इस कार्य में विद्यालय के समस्त शिक्षक, कर्मचारियों ने भी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया। तमाम वक्तओं ने इंद्रमणि बडौनी के व्यक्तित्व एवं योगदान पर प्रकाश डाला।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने के लिए आंदोलन की शुरुआत करने वाले इंद्रमणि बड़ोनी को उत्तराखंड का गांधी के रूप में याद किया जाता है। इसके पीछे उनकी महान तपस्या व त्याग रही है। राज्य आंदोलन को लेकर उनकी सोच और दृष्टिकोण को लेकर आज भी उन्हें शिद्​दत से याद किया जाता है। इंद्रमणि बड़ोनी 24 दिसंबर, 1925 को टिहरी जिले के जखोली ब्लॉक के अखोड़ी गांव में पैदा हुए थे। उनके पिता का नाम सुरेश चंद्र बडोनी था। साधारण परिवार में जन्मे बड़ोनी का जीवन अभावों में गुजरा। उनकी शिक्षा गांव में ही हुई। देहरादून से उन्होंने स्नातक की उपाधि हासिल की थी। वह ओजस्वी वक्ता होने के साथ ही रंगकर्मी भी थे। लोकवाद्य यंत्रों को बजाने में निपुण थे।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *