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बागेश्वर ब्रेकिंग : कपकोट के लीती गांव में मत्स्य विभाग के कार्यक्रम में हो गई भौर्याल वर्सेज हरीश ऐठानी, देखिए वीडियो

बागेश्वर। कपकोट के विधायक बलवंत भौर्याल एक कार्यक्रम को लेकर चर्चाओं में है। उनका आरोप है कि कांग्रेसी नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व वमर्तान में शामी जिला पंचायत सीट के सदस्य हरीश ऐठानी ने बिना बुलाए पहुंच कर पूरे कार्यक्रम का स्वाद खराब कर दिया। यही नहीं युवाओं को बरगला कर ऐठानी ने उनके कार्यक्रम का माहौल खराब कर दिया। लेकिन इन आरोपों को लगाने के लिए भौर्याल ने जिस वीडियो संदेश का सहारा लिया उसमें वे स्वयं ही ऐठानी के प्रति असंसदीय भाषा का उपयोग कर रहे हैं।


दरअसल अपने विधानसभा क्षेत्र के लीती गांव में विगत दिनों मत्सय विभाग के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कपकोट के विधायक बलवंत भौर्याल लीती गांव में गए थे। यहां कार्यक्रम में कुछ स्थानीय युवाओं ने क्षेत्र में संचार व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए उन्हें ज्ञापन सौंपना चाहा, लेकिन इसी बात को लेकर उनकी युवाओं से झड़प हो गई।
इसके बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और शामी जिला पंचायत के वर्तमान सदस्य के साथ भी उनकी मंच पर बहस हुई।
इसके बाद विधायक को युवकों ने ज्ञापन सौंप तो दिया लेकिन विधायक उखड़े उखड़े नजर आए।
इसके बाद भौर्याल ने एक वीडियो संदेश जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी पहले तो बिना बुलाए कार्यक्रम में शामिल होने आ गए। फिर अपने समर्थकों को बहला फुसला कर उन पर आरोप लगवाने लगे। जबकि ऐठानी खुद ही नख शिख भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
इस संदेश में अनुभवी भौर्याल बहक गए। पहली बात तो यह कि कार्यक्रम पार्टी का नहीं सरकारी था इसमें क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य को न बुलाना कतई भी ठीक नहीं। दूसरे पूरे वीडियो में भौर्याल ऐठानी के लिए तू तड़ाक का इस्तेमाल करते हैं। जन प्रतिनिधि बेईमान था उसके कार्यो की जांच कराना वर्तमान सरकार का दायित्व है लेकिन सार्वजनिक मंच या वीडियो संदेश में जिस तरह की भाषा का आप स्वयं प्रयोग कर रहे हैं। वह उचित तो नहीं कही जा सकती।
हां यदि मंच पर हरीश ऐठानी ने विधायक के खिलाफ गलत बोला था तो उसकी भी निंदा की जानी चाहिए। जनप्रतिनिधि से असंदीय भाषा के उपयोग की उम्मीद जनता को नहीं होती। युवाओं की समस्या थी तो उसका निराकरण होना अनिवार्य है। इसमें भाजपा कांग्रेस समर्थित होने की शर्त कहां से आ गई।
आज सुबह भौर्याल ने अपने फेसबुक पेज पर ऐठानी से मंच पर हुई गर्मागर्म बहस का वीडियो अपलोड करते हुए अपने समर्थकों को बताया कि ऐठानी किस तरह उनके कार्यक्रमों में व्यवधान डाल रहे हैं। लेकिन वे एठानी के भ्रष्टाचारों का पर्दाफाश अवश्य करेंगे। उन्होंने अपना संदेश भी इसी के साथ अपलोड किया है। यानी भौयाल अब इस प्रकरण को ठंडा नहीं होने देना चाहते।
उधर ऐठानी ने भी भौर्याल के खिलाफ कमर कस ली है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण का जवाब कुछ ऐसे दिया।
जो भी हो भौर्याल सत्ताधारी है और ऐठानी विपक्ष। ऐसे में दोनों के बीच शुरू हुई यह जंग आगे और भी खिंच सकती है। देखें बाजी किसके हाथ लगेगी।

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