— सेना में लेफ्टिनेंट बने बागेश्वर के नदीगांव निवासी विवेक पहुंचे गांव
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के बाद पहली बार अपने नदीगांव पहुंचे विवेक परिहार का गांव वालों ने जबर्दस्त खैरमकदम किया।उनके गांव की दहलीज पर कदम रखते ही गांव में भारत माता की जय के नारे गूंज उठे और लोगों ने अपार खुशी का इजहार किया। यह खुशी गांव का नाम रोशन करने की थी। विवेक को गांव वालों ने सिर आंखों पर बिठाया।
जैसे ही विवेक परिहार के गांव पहुंचने की भनक लगी, तो गांव के लोग सैम मंदिर समिति के बैनर तले उनके खैरमकदम की तैयारी में जुट गए और जैसे ही वह वहां पहुंचे तो शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका भव्य स्वागत किया गया। गांव का नाम रोशन करने लिए उनकी भरपूर प्रशंसा हुई और उन्हें लोगों ने सिर आंखों पर उठाया। समिति के सचिव योगेश राणा ने कहा कि नदीगांव का युवा सेना में अधिकारी बने हैं। उनकी सफलता पर उन्हें नाज है।
इस मौके पर स्वागत से गदगद लेफ्टिनेंट विवेक ने कहा कि शाटकट से कुछ भी हासिल नहीं होता है। कड़ी मेहनत करनी होती है। संघर्ष, अनुशासन और समय का उपयोग युवाओं को करना होगा। नशे से दूर रहना है। उन्होंने सेना में सिपाही से लेकर लेफ्टिनेंट बनने तक अपनी मेहनत के बारे में बताया और कहा कि ड्यूटी के दौरान भी पढ़ाई की। इस स्वागत कार्यक्रम में आनंद बल्लभ, गोविंद मटियानी, गणेश जोशी, सभासद नीा देवी, अध्यक्ष शेर सिंह मटियानी, उपाध्यक्ष रोहित पंत, सहसचिव विवेक दफौटी, कोषाध्यक्ष हिमांशु पांडे, कंचन सिंह, हरेंद्र जोशी, हेम परिहार, कमल परिहार, रमेश भंडारी,आनंद जोशी, कमल कांडपाल, उमेश जोशी, दीपक जोशी, हरीश उपाध्याय आदि कई लोग उपस्थित रहे।