सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला पंचायत के आंदोलित नौ सदस्य शुक्रवार को जिला पंचायत परिसर में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ धरना दिया। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के बाद ही वह आंदोलन से उठेंगे। उन्होंने अब आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में सदस्यों ने नारेबाजी की। कहा कि शासन-प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। जिपं में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर आंखें मूंद दी गई हैं। विकास कार्यों के लिए आए धन का समान वितरण नहीं हो रहा है। सत्ता की हनक के कारण अध्यक्ष मनमानी पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि सदन में सदस्यों ने जो प्रस्ताव पास किया, उस पर अमल होना चाहिए। बजट आवंट में सभी को बराबर धन आवंटन होना चाहिए। जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती वे चुप नहीं बैठेंगे। इस मौके पर हरीश ऐठानी, वंदना ऐठानी, सुरेंद्र खेतवाल, गोपा धपोला, पूजा आर्या, इंद्रा परिहार, रूपा कोरंगा, रेखा देवी आदि मौजूद थे।
आंदोलन को नाटक करार
कांडा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने उपजिलाधिकारी कांडा को ज्ञापन सौंपकर बागेश्वर में जिला पंचायत सदस्यों द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन राजनीति से प्रेरित बताया। सदस्य जनहित के बजाए व्यक्तिगत हित की बात कर रहे हैं। उन्होंने आंदोलन सिर्फ नाटक करार दिया है। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से किया जा रहा है और उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने जिला पंचायत सदस्यों द्वारा पुलिस अधीक्षक दिए गए पत्र जांच की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में हीरा सिंह कर्मयाल, आनंद घपोला, सुंदर सिंह, धीरज गड़िया, रंजू देवी आदि मौजूद रहे।