दीपक पाठक, बागेश्वर
बागेश्वर जिले में अब एक और नगर पंचायत अस्तित्व में आएगी। जिससे जिले में बागेश्वर नगरपालिका के अलावा दो नगर पंचायतें हो जाएंगी। पहले जिले में कपकोट नगर पंचायत बनी थी, अब ताजा आदेश के अनुसार गरुड़ को नगर पंचायत बनाया गया है। गत दिवस इसकी अधिसूचना जारी हो चुकी है। गौरतलब है कि नगर पंचायत के दायरे में आने वाले गरुड़ क्षेत्र की आबादी लगभग 5000 के आसपास है।
शहरी विकास के प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन ने शुक्रवार को गरूड़ नगर पंचायत की अधिसूचना जारी कर दी है। जिससे गरुड़ क्षेत्रवासियों का सालों पुराना सपना साकार हो गया है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में गरुड़ बाजार से लगे दस ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। जिसमें ग्राम पंचायत ब्यालीसेरा, स्याल्दे, भकूनखोला, टानीखेत, नॉघर, फुलवाड़ीगूंठ ग्राम पंचायतों को पूर्ण रूप से नगर क्षेत्र गरुड़ में शामिल किया गया है, जबकि ग्राम पंचायत पाये, दर्शानी, सिल्ली, गड़सेर को आंशिक रूप से नगर पंचायत में शामिल किया गया है। कुल मिलाकर नई नगर पंचायत में गरुड़ बाजार समेत 10 गांवों की 5002 की आबादी होगी और इसका क्षेत्रफल 245.482 हेक्टेयर होगा।
नई नगर पंचायत का दायरा
ग्राम (आबादी) क्षेत्रफल
ब्यालीसेरा (151) 21.313 हेक्टेयर
स्याल्दे (08) 4.421 हेक्टेयर
भकूनखोला (885) 42.651 हेक्टेयर
गड़सेर (604) 38.280 हेक्टेयर
टानीखेत (194) 16.621 हेक्टेयर
नॉघर (874) 32.444 हेक्टेयर
सिल्ली (280) 8.667 हेक्टेयर
फुलवाड़ीगूठ(761) 53.302 हेक्टेयर
दर्शानी (380) 7.635 हेक्टेयर
पाये (510) 19.948 हेक्टेयर
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एक करोड़ से गड़सेर में बनेगा दफ्तर
बागेश्वर के विधायक चन्दन राम दास ने बताया कि गरुड़ नगर पंचायत के लिए प्रशासन द्वारा विकासखण्ड मुख्यालय के पास 28 नाली भूमि का चयन किया है। भूमि हस्तांतरण नगर पंचायत के नाम शीघ्र होगा। उन्होंने बताया पूर्व में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा गैरसैण सत्र के दौरान गरुड़ नगर पंचायत कार्यालय भवन के लिए एक करोड़ की धनराशि की मंजूर की थी। भूमि ट्रांसफर होते ही यह धनराशि उपलब्ध हो जाएगी।
चुनौतियों से रूबरू होगी नई पंचायत
शासन द्वारा गरुड़ को नगर पंचायत बनाने का शासनादेश जारी होने की भनक लगने से गरुड़ में व्यापारी वर्ग के साथ कई स्थानीय जनप्रतिनिधि खुश नजर आ रहे हैं, लेकिन कुछ पंचायत प्रतिनिधि पहले से ही गरुड़ नगर पंचायत के विरोध में थे। इन पंचायत प्रतिनिधियों का विरोध कितना असरकारक रहेगा, यह तो भविष्य बताएगा, किंतु यह तय है कि नई नगर पंचायत के सामने चुनौतियां काफी होंगी। गरुड़ में कूड़ा निस्तारण का मामला हाईकोर्ट में लंबित है और बाजार क्षेत्र समेत नगर पंचायत क्षेत्र में शामिल गावों में सार्वजनिक शौचालय व पैदल मार्गों की समस्या विकट है।
भाजपा समेत कई संगठन खुश
गरुड़ को नगर पंचायत बनाने से भाजपा समेत कई संगठन खुश हैं। भाजपा मंडल अध्यक्ष हरीश रावत की अध्यक्षता आयोजित बैठक में गरुड़ को नगर पंचायत बनाये जाने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत, विधायक चन्दन राम दास, बलवंत सिंह भौर्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ब्लाक प्रमुख हेमा बिष्ट आदि का आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर घनश्याम जोशी, मंगल राणा, धनराज दानू, हेम रावत, सनीता आर्या, जनार्जन लोहनी, कैलाश बोरा, लक्ष्मी दत्त पांडेय, अभय नेगी, आदि मौजूद थे। देखिए शासन का आदेश——
अधिवक्ता श्री डी. के. जोशी जी की मेहनत रंग लाई अंततः . वह बधाई के पात्र हैं कि उन्होनें समाज को नागरिक सुविधायें दिलाने का काम किया . नगर पंचायत एक सभी समाज की आवश्यकता है . इस कार्य को सफल बनाने वाले सभी बंधुओं का धन्यवाद